विवाद सुलझाने गए सरपंच पति पर आरोपियों ने किया जानलेवा हमला, जान बचाकर भागे

विवाद सुलझाने गए सरपंच पति पर आरोपियों ने किया जानलेवा हमला, जान बचाकर भागे

- चिलहरी पंचायत की है घटना

- पहले भी पंचायत के दौरान हो चुकी है सरपंच की हत्या

केटी न्यूज/डुमरांव

दो पक्षों के बीच हुए आपसी विवाद को सुलझाने गए एक सरपंच पति पर आरोपियों हथौड़े व रामा से जानलेवा हमला कर दिया। सरपंच पति किसी तरह अपनी जान बचाकर वहां से भागे। घटना बुधवार सुबह डुमरांव प्रखंड के चिलहरी पंचायत की है। पीड़ित सरपंच पति ने स्थानीय नया भोजपुर ओपी पुलिस को इसकी जानकारी दी है। मिली जानकारी के अनुसार बुधवार की सुबह चिलहरी पंचायत के सरपंच प्रिती देवी के घर दलित बस्ती का रामाश्रय राम पहुंचा। उसके हाथ से खून बह रहा था।

रामाश्रय ने बताया कि उसका पड़ोसी राजकुमार राम उसपर जानलेवा हमला कर रहा है। इसे सुन सरपंच ने अपने पति मोहन राय को विवाद सुलझान के लिए भेजा। मोहन जैसे ही रामाश्रय के साथ दलित बस्ती स्थित राजकुमार राम के दरवाजे पर पहुंचे कि वह अपने परिजनों के साथ मिल मोहन पर हथौड़े व रामा से हमला कर दिया। इस हमले में सरपंच पति जख्मी हो गए तथा किसी तरह भागकर अपने घर आए। इसके बाद उन्होंने नया भोजपुर ओपी को इस घटना की जानकारी दी। लेकिन पुलिस घंटों बाद पहुंची और खानापूर्ति कर वापस लौट आई। सरपंच पति ने बताया कि पुलिस ने सक्रियता नहीं दिखाई। बता दें कि इसके पहले वर्ष 2006 में सिमरी थाना क्षेत्र के खरहाटांड़ पंचायत के तत्कालीन सरपंच स्व संतोष ओझा की हत्या पंचायती के दौरान ही कर दी गई थी। चिलहरी में भी ऐसी ही घटना होते होते बची। इस घटना के बाद ग्राम कचहरी के सरपंचों में आक्रोश व्याप्त है। सरपंचों ने अपनी सुरक्षा की मांग की है। संवाद संप्रेषण तक इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं हुआ था।