महरौरा काली मंदिर का दान पेटी तोड़ रूपए चुरा ले गए चोर, श्रद्धालुओं में गहराया आक्रोश

महरौरा काली मंदिर का दान पेटी तोड़ रूपए चुरा ले गए चोर, श्रद्धालुओं में गहराया आक्रोश

- नहीं थम रही मंदिरों में चोरी की घटनाएं, 18 जनवरी की रात डुमरांव के काली आश्रम मंदिर से पीतल के दो घंटों की हुई थी चोरी

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव के मंदिरों में चोरी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। अभी शहरवासियों के आस्था के केन्द्र मां काली आश्रम से पीतल के घंटों की चोरी की गुत्थी सुलझी भी नहीं थी कि चोरों ने नगर से सटे महरौरा काली मंदिर में चोरी की घटना को अंजाम दे पुलिस को तगड़ी चुनौती पेश की है।

रविवार की रात चोरों ने इस मंदिर में रखे दान पेटी को तोड़ उसमें चढ़ावा के रूप में श्रद्धालुओं द्वारा दान किए गए रूपये चुरा लिए है। ग्रामीणों की मानें तो पिछले डेढ़ साल से दान पेटी खुली नहीं थी। जिस कारण उम्मीद जताया जा रहा है कि चोरों के हाथ मोटी रकम लगी होगी। वही इस मंदिर के अलावे बीती रात ही चोरों द्वारा किसी अन्य मंदिर में भी चोरी किए जाने की आशंका ग्रामीण जता रहे है।

ग्रामीणों का कहना है कि सुबह में मंदिर में एक दीवाल घड़ी, लाल रंग का एक कुर्ता तथा एक झोला मिला है। घड़ी पर दुबौली के शिवशंकर दूबे व शीला दूबे का नाम अंकित है। उम्मीद जताई जा रही है कि उक्त दंपति द्वारा किसी मंदिर में घड़ी दान किया गया होगा तथा चोरों ने इस मंदिर से पहले किसी अन्य मंदिर में चोरी की घटना को अंजाम दिया होगा।

दान पेटी से रूपये चुराने के दौरान गलती से उक्त सामान यहा छूट गया होगा। बहरहाल डुमरांव के मंदिरों में हो रही चोरी की सीरियल घटनाओं से श्रद्धालुओं में गहरा आक्रोश है। वही पुलिस की कार्यशैली के प्रति भी लोगों की नाराजगी बढ़ते जा रही है। लोगों का कहना है कि पुलिस विधि व्यवस्था के संधारण तथा गश्त से अधिक फोटो खिंचाने तक ही

अपनी जिम्मेवारी को सीमित कर रहीइ है। जिस कारण चोर उचक्कों का मनोबले बढ़ा हुआ है। हालांकि इस संबंध में मंदिर प्रबंधन द्वारा एफआईआर दर्ज कराए जाने की जानकारी नहीं मिली है। लेकिन पुलिस को घटना की सूचना मिली है तथा पुलिस घटना स्थल पर पहुंच मामले की छानबीन में जुट गई है।