एक पखवाड़े बाद भी शहरवासियों के आस्था के केन्द्र मां काली आश्रम में हुई चोरी का नहीं हुआ उद्भेदन
- 18 जनवरी की रात चोरों ने मंदिर में लगे 125 किलो व 51 किलो वजनी पीतल के दो घंटों की कर ली थी चोरी
- चोरी का उद्भेदन नहीं होने पर श्रद्धालुओं में गहराने लगा है आक्रोश
केटी न्यूज/डुमरांव
18 जनवरी की रात चोरों ने शहरवासियों के आस्था के केन्द्र मां काली आश्रम से 125 किलो व 51 किलो वजनी पीतल के दो घंटों की चोरी कर ली थी। इस घटना के एक पखवाड़े बाद भी पुलिस चोरों की गिरफ्तारी तो दूर उनका शिनाख्त नहीं कर पाई है। जिस कारण श्रद्धालुओं में गहरा आक्रोश है।
बता दें कि मां काली आश्रम मंदिर न सिर्फ डुमरांववासियों बल्कि अनुमंडल के दूर दराज के श्रद्धालुओं के आकर्षण का केन्द्र है। जहां हर दिन सैकड़ो लोग पूजा पाठ करने व मन्नतें मांगने आते है। माना जाता है कि मां काली भक्तों की हर मुराद पूरी करती है। यही कारण है कि इस मंदिर के साथ लाखों लोगों की अटूट आस्था जुड़ी है। चोरों ने इस मंदिर में चोरी कर श्रद्धालुओं के आस्था पर कड़ा प्र
हार किया है। लेकिन, मंदिर के महत्व तथा इस घटना के बाद श्रद्धालुओं के आक्रोश की जानकारी के बाद भी पुलिस इसके उद्भेदन में उदासीन बनी हुई है। जिस कारण श्रद्धालु भक्तों का आक्रोश गहराने लगा है। श्रद्धालुओं का कहना है कि पहले भी पांच बार इस मंदिर में चोरी हो चुकी है।
बावजूद इसके स्थानीय पुलिस तथा वरीय अधिकारी मंदिर के सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं हुए। वही महरौरा व प्रखंड कार्यालयों के मंदिरों में हुई चोरी तथा तोड़फोड़ मामले में एक मानसिक विक्षिप्त को पकड़ पुलिस अपनी पीठ थपथपाती नजर आई। लेकिन काली मंदिर तथा उसके अगले दिन स्टेशन रोड के गैस गोदाम के सामने स्थित एक लेथ मशीन की दुकान में संध
मार हुई चोरी का उद्भेदन नहीं होने से स्थानीय पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में आ गई है। जिस कारण श्रद्धालुओं से लेकर व्यवसायियों तक में आक्रोश व्याप्त है। मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष भगवानजी वर्मा ने बताया कि मंदिर से घंटों की चोरी के बाद श्रद्धालुओं में गहरा आक्रोश है।