बनारपुर गांव में महिलाओं एवं बच्चों पर हुई पुलिसिया बर्बरता के खिलाफ हाई कोर्ट में दर्ज होगा मामला - दिनेश कुमार

बनारपुर गांव में महिलाओं एवं बच्चों पर हुई पुलिसिया बर्बरता के खिलाफ हाई कोर्ट में दर्ज होगा मामला - दिनेश कुमार

-निरीह 2 वर्ष से लेकर 90 वर्ष के बुजुर्गों को भी बर्बरता पूर्ण तरीके से की गई है पिटाई

-कैग के रिर्पाेट के अनुसार किसानों को 36 लाख प्रति एकड की बजाय 28 लाख रूपये देने का लगाया आरोप

केटी न्यूज/बक्सर 

चौसा के बनारपुर गांव के किसानों पर पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्ण तरीके मारा पीटा गया है। 4 साल के मासूमों से लेकर 90 साल के वृद्धों को भी बेरहमी से पीटा गया है। इस तरह की कारवाई सरकार एवं स्थानीय प्रशासन के निर्देशन में किया गया है। उक्त बातें शुक्रवार को नगर के चरित्रवन स्थित एक निजी होटल में प्रेसवार्ता के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा संयोजक सह भारतीय किसान यूनियन के बिहार प्रदेश प्रभारी दिनेश कुमार ने कही। दिनेश ने कहा कि इस घटना के खिलाफ मोर्चा हाईकोर्ट भी जाने से नहीं हिचकेगी।

उन्होंने कहा कि अपने हक के लिए धरना दे रहे किसानों के घर में घुसकर जिस तरह बर्बर तरीके से महिलाओं, बुजुर्गों तथा बच्चों को पीटा गया है, यह निंदनीय और अमानवीय है। यदि इस तरह की कारवाई प्रशासन द्वारा किया जाता है तो किसान चुप नहीं बैठेंगे।  दिनेश कुमार ने जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक पर कंपनी से मिली भगत कर एक पक्षीय कार्रवाई का आरोप लगाया है।

उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई सरकार तथा स्थानीय सांसद के इशारे पर हुई है। उन्होंने कहा कि बिना सरकार के इशारे के आम जनता के साथ पुलिस इतने बर्बर तरीके से मारपीट नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा कि प्रशासन आदर्श आचार संहिता का भय दिखाकर किसानो की वाजिव लड़ाई को जबरन खत्म कराना चाहती थी। यह सब सरकार प्रायोजित था। उन्होंने कहा कि यदि किसानों पर अत्याचार बंद नहीं होता है

तो हम लोग भूल जाएंगे कि चुनाव है तथा आचार संहिता भी लागू है। वहीं संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक अशोक प्रसाद सिंह ने कहा कि गांव में जाकर विजिट किया गया जहां की स्थिति भयावह है। घरों की स्थिति देखने पर यह कहीं से नहीं दिख रहा है कि यह कारवाई पुलिस के द्वारा किया गया है। यह कारवाई पुलिस की बजाय नक्सली एवं क्रीमिनल की तरह किया गया हमला का दृश्य प्रतीत हो रहा है।

उन्होंने कहा कि कैग के रिर्पाेट के अनुसार किसानों को प्रति एकड 36 लाख रूपये मिलना चाहिए लेकिन किसानों को 28 लाख दिया गया है। यह पूरी तरह से गलत है। किसानों के प्रति एकड 8 लाख रूपये कहां गये। उन्होंने न्यायिक जांच की मांग किया है। जबतक चौसा के किसानों को न्याय नहीं मिलता है

तबतक आंदोलन जारी रहेगा। वहीं उन्होंने कहा कि अब सेंट्रल के संयुक्त किसान मोर्चा के अधिकारियों के पहुंचने की बात कही है। उन्होंने कहा कि किसान नेता टिकैत भी आएंगे। मौके पर पूर्व सांसद तेज नारायण सिंह, अजय कुमार मिश्रा के साथ अन्य शामिल रहे।