कोपवा मां काली मंदिर में उमड़ा भक्तों का जन्म सैलाब

डुमरांव प्रखंड के कोंपवा धाम मां काली मंदिर का अपना एक अलग पहचान है। इस तरह मंदिर के बनावट तथा मंदिर में विराजमान मां की प्रतिमा शायद ही कहीं देखने को मिलेगा। प्रतिदिन दूर दराज से भक्त पहुंचकर माता का दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं। प्रत्येक मांह अमावस्या तिथि को इस धाम पर हजारों हजार की संख्या में भक्तों का जमावड़ा लगता है। मंदिर की बनावट, साज सजावट लोगों का मन मोह लेता है।

कोपवा मां काली मंदिर में उमड़ा भक्तों का जन्म सैलाब

केटी न्यूज/केसठ

डुमरांव प्रखंड के कोंपवा धाम मां काली मंदिर का अपना एक अलग पहचान है। इस तरह मंदिर के बनावट तथा मंदिर में विराजमान मां की प्रतिमा शायद ही कहीं देखने को मिलेगा। प्रतिदिन दूर दराज से भक्त पहुंचकर माता का दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं। प्रत्येक मांह अमावस्या तिथि को इस धाम पर हजारों हजार की संख्या में भक्तों का जमावड़ा लगता है। मंदिर की बनावट, साज सजावट लोगों का मन मोह लेता है। 

इस तरह मंदिर की विधि व्यवस्था कमिटी के लोगों पर सवाल खड़ा कर देता है। व्यवस्था के प्रति कमिटी के लोग काफी तत्परता से जुटे रहते हैं। जो यह सराहनीय कदम है। दिन-ब-दिन श्रद्धालु भक्तों की भीड़ बढ़ती जा रही है। सोमवार की रात 38वीं अमावस्या तिथि के अवसर पर महा सप्तशती पाठ का आयोजन किया गया। पाठ प्रारंभ से पहले मंदिर को फूल, माला, रोलेक्स, झालर आदि से सजाया गया।

तत्पश्चात मंदिर में विराजमान माता को विभिन्न आभूषण वस्त्र इत्यादि से सजाकर सुसज्जित किया गया। जो देखने में काफी आकर्षक लग रहा था। बनारस आदि जगहों से आए अचार्य सुशील शास्त्री के टीम के द्वारा 38वीं अमावस्या पर धूमधाम से पूजा अर्चना किया गया। भव्य आरती काफी आकर्षण रहा। यह सभी कार्यक्रम रात भर चला। साथहि भव्य भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें गांव क्या क्षेत्र के विभिन्न गांव से पहुंचे हजारों हजारों की संख्या में लोग खीर, पुड़ी इत्यादि व्यंजनों के साथ प्रसाद ग्रहण किये।

सारी प्रक्रिया प्रतिमाह अमावस्या तिथि को चलता है। ज्ञात हो कि शक्तिपीठ बनाने के उद्देश्य से आचार्य एवं कमिटी द्वारा 108 अमावस्या को भव्य विधिवत पूजा अर्चना करने का निर्णय लिया गया है। सोमवार की रात्रि 38वीं अमावस्या पर पूजा अर्चना संपन्न हुआ। जैसे-जैसे समय नजदीक होते जा रहा है वैसे वैसे कार्यक्रम परिवर्तित होते जा रहा है। इस मौके पर उपस्थित कमिटी के अमिताभ कुमार सिंह उर्फ मुन्ना सिंह, अरुण सिंह पहलवान, विनोद सिंह नवानगर, दिव्यांश कुमार, रामेश्वर सिंह, करिया सिंह, बिहारी सिंह, लल्लू सिंह, मुटूर सिंह, मिथिलेश सिंह, प्रिंस सिंह,

शांति देवी, राम जी सिंह आदि ने बताया कि इस बार से इलाकाई लोगों क्या ग्रामीण के लोगों को भंडारे में शामिल होकर प्रसाद ग्रहण करना अनिवार्य है। श्रद्धालु भक्तों के लिए माता का दरबार हमेशा खुला है। क्योंकि यह कार्यक्रम समस्त ग्रामीणों एवं क्षेत्र वासियों के सहयोग से ही संपन्न हो रहा है। साथहि लोगों ने बताया कि प्रयास है कि अगले अमावस्या से

प्रतिमाह पाठ प्रारंभ से पहले शाम 6 बजे से 9 बजे रात्रि तक सुश्री किशोरी प्रज्ञा पांडे बक्सर अयोध्या धाम द्वारा श्रद्धालु श्रोताओं के बीच श्रीमद् भागवत कथा का रसपान कराया जाएगा। कमेटी द्वारा लोगों से आग्रह किया जा रहा है कि अधिक से अधिक संख्या में श्रद्धा भाव के साथ भाग लेकर इस पूजनोत्सव कार्यक्रम को सफल बनाएं।