नामांकन से वंचित बच्चों की पहचान को लेकर डुमरांव में एकदिवसीय प्रशिक्षण संपन्न
प्रखंड संसाधन केन्द्र डुमरांव की ओर से गुरुवार को राज प्लस टू उच्च विद्यालय के सभाकक्ष में एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ऐसे बच्चों की पहचान करना था, जो किसी कारणवश अब तक विद्यालयी शिक्षा से वंचित हैं। इन बच्चों को चिन्हित कर हर हाल में विद्यालय की मुख्यधारा से जोड़ने को लेकर शिक्षकों को विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए।
-- शिक्षकों को दिए गए सरकारी दिशा-निर्देश, कोर कमिटी गठन से लेकर सामाजिक सहयोग तक पर हुई विस्तृत चर्चा
केटी न्यूज/डुमरांव
प्रखंड संसाधन केन्द्र डुमरांव की ओर से गुरुवार को राज प्लस टू उच्च विद्यालय के सभाकक्ष में एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ऐसे बच्चों की पहचान करना था, जो किसी कारणवश अब तक विद्यालयी शिक्षा से वंचित हैं। इन बच्चों को चिन्हित कर हर हाल में विद्यालय की मुख्यधारा से जोड़ने को लेकर शिक्षकों को विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (बीईओ) सुधांशु कुमार ने राज्य एवं केन्द्र सरकार की ओर से जारी सभी नए नियमों और निर्देशों की गहन जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग का लक्ष्य है कि कोई भी बच्चा नामांकन से वंचित न रहे। इसके लिए विद्यालय स्तर पर सामूहिक प्रयास जरूरी है। इसी क्रम में शिक्षकों के साथ वृहद स्तर पर संवाद कर उनसे क्षेत्रवार स्थिति की जानकारी ली गई।उन्होंने बताया कि दिशा-निर्देशों के अनुसार विद्यालयों में कोर कमिटी का गठन, हेल्प-डेस्क की व्यवस्था तथा समूह बनाकर घर-घर संपर्क करने की प्रक्रिया अनिवार्य है। साथ ही समाज कल्याण विभाग, श्रम संसाधन विभाग, आंगनबाड़ी सेविका, टोला सेवक एवं बीएलओ से समन्वय स्थापित कर ऐसे बच्चों की सटीक पहचान करने पर जोर दिया गया। आमसभा के माध्यम से भी उन बच्चों की जानकारी जुटाई जाएगी, जो किसी कारणवश विद्यालय से दूर हैं।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज प्लस टू उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक अनुराग कुमार मिश्र, प्रशिक्षण समन्वयक शैलेंद्र पांडेय सहित प्रखंड के लगभग 50 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, प्रभारी प्रधानाध्यापक, प्रधान शिक्षक एवं नोडल शिक्षक उपस्थित थे। सभी प्रतिभागियों ने अपने-अपने विद्यालय क्षेत्र की चुनौतियों और संभावनाओं पर चर्चा की तथा नामांकन बढ़ाने के लिए व्यापक अभियान चलाने पर सहमति व्यक्त की।कार्यक्रम का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि प्रखंड का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा और सभी को विद्यालय तक पहुंचाने के लिए गंभीरता से अभियान चलाया जाएगा।
