छात्रसंघ चुनाव में एबीवीपी की ऐतिहासिक जीत पर डुमरांव में जश्न, छात्रों ने लिया भ्रष्टाचार मुक्त कैंपस का संकल्प
दिल्ली यूनिवर्सिटी और हैदराबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को मिली अभूतपूर्व जीत की गूंज अब छोटे शहरों तक पहुंच चुकी है। इसी कड़ी में रविवार को डुमरांव के डी.के. कॉलेज परिसर में एबीवीपी कार्यकर्ताओं और छात्रों ने जोरदार जश्न मनाया। ढोल-नगाड़ों, नारों और उत्साह के बीच छात्रों ने ऐलान किया कि अब कैंपस की राजनीति बदलकर छात्रहित केंद्रित होगी।

केटी न्यूज/डुमरांव
दिल्ली यूनिवर्सिटी और हैदराबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को मिली अभूतपूर्व जीत की गूंज अब छोटे शहरों तक पहुंच चुकी है। इसी कड़ी में रविवार को डुमरांव के डी.के. कॉलेज परिसर में एबीवीपी कार्यकर्ताओं और छात्रों ने जोरदार जश्न मनाया। ढोल-नगाड़ों, नारों और उत्साह के बीच छात्रों ने ऐलान किया कि अब कैंपस की राजनीति बदलकर छात्रहित केंद्रित होगी।
कार्यक्रम का नेतृत्व शुभम सिन्हा ने किया जबकि संचालन आतिश शर्मा ने किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि जिला संयोजक अविनाश पांडे मौजूद रहे। कार्यक्रम में दीपक यादव, सुजीत सिंह, संटु मित्रा, अभिषेक चौरसिया, प्रियांशु शुभम, अभिनंदन मिश्रा और विराज सिंह भी शामिल रहे।
जिला संयोजक अविनाश पांडेय ने कहा कि यह जीत सिर्फ दो विश्वविद्यालयों तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे देश के युवाओं की आवाज है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अब कैंपस से भ्रष्टाचार, दलाली और जातिवादी राजनीति का अंत होना तय है। वहीं दीपक यादव ने कहा कि जो लोग छात्रों की ऊर्जा को दबाना चाहते हैं, उन्हें चेत जाना चाहिए। छात्रों ने साफ कर दिया है कि वे किसी लालच, भय या भ्रम में आने वाले नहीं हैं।
छात्र नेता संटु मित्रा ने स्पष्ट कहा कि अब कैंपस में जाति और पैसे की राजनीति नहीं चलेगी, बल्कि केवल छात्रहित की आवाज गूंजेगी। सुजीत सिंह ने इस जीत को छात्रशक्ति की क्रांति करार दिया और कहा कि अब कॉलेजों में भ्रष्टाचार और अन्याय की जंजीरें टूटेंगी।
कार्यक्रम में मौजूद सैकड़ों छात्रों ने शपथ ली कि उनका लक्ष्य भ्रष्टाचार मुक्त कैंपस होगा और शिक्षा से जुड़े मुद्दों पर किसी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। छात्रों ने नारे लगाए – “कैंपस हमारा, निर्णय भी हमारा” और “युवा जागेगा तो व्यवस्था बदलेगी”।
जश्न में सुनील यादव, राजा कुमार सहित बड़ी संख्या में छात्र शामिल हुए। इस आयोजन ने साफ संदेश दिया कि अब युवा केवल दर्शक नहीं, बल्कि बदलाव की निर्णायक ताकत बनने के लिए तैयार हैं।