डुमरांव एनएच-120 मरम्मत में अनियमितता का आरोप, संवेदक पर कार्रवाई की मांग

डुमरांव-विक्रमगंज पथ एनएच-120 के मरम्मत कार्य में भारी अनियमितता का आरोप लगाते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व जिला मंत्री राजीव भगत ने संबंधित संवेदक के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि सड़क मरम्मत के नाम पर मानकों की खुलेआम अनदेखी की गई है, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

डुमरांव एनएच-120 मरम्मत में अनियमितता का आरोप, संवेदक पर कार्रवाई की मांग

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव-विक्रमगंज पथ एनएच-120 के मरम्मत कार्य में भारी अनियमितता का आरोप लगाते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व जिला मंत्री राजीव भगत ने संबंधित संवेदक के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि सड़क मरम्मत के नाम पर मानकों की खुलेआम अनदेखी की गई है, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।राजीव भगत ने बताया कि स्टेशन से लेकर ट्रेनिंग स्कूल के बीच मात्र लगभग 20 स्थानों पर सड़क की खुदाई कर पीसीसी ढलाई कर दी गई, जो तकनीकी मानकों के अनुरूप नहीं थी। निर्माण के कुछ ही समय बाद पुनः निर्मित पीसीसी सड़क टूट चुकी है और जगह-जगह धंसाव देखने को मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि इस सड़क मरम्मत के लिए करीब एक करोड़ 30 लाख रुपये का प्राक्कलन था, जिससे एक अच्छी और टिकाऊ सड़क का निर्माण संभव था, लेकिन संवेदक ने विधानसभा चुनाव की अधिसूचना का लाभ उठाकर आधा-अधूरा कार्य कर पिछले तीन महीनों से काम बंद कर दिया है।उन्होंने आगे कहा कि भले ही बारिश का मौसम न होने से सड़क पर जलजमाव नहीं दिख रहा है, लेकिन नालियों का पानी सड़कों के नीचे घुस चुका है, जो भविष्य में बड़ी क्षति का कारण बन सकता है। मरम्मत कार्य में घटिया किस्म की सामग्री के उपयोग के कारण पीसीसी में दरारें आ गई हैं।

पुराने नगर परिषद कार्यालय के पास पुल का निर्माण भी अधूरा छोड़ा गया है। अर्धनिर्मित पुल पर करीब एक फीट का गैप बना हुआ है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। पुल निर्माण अधूरा रहने से जल निकासी की समस्या भी बनी हुई है।राजीव भगत ने पथ निर्माण मंत्री सह उद्योग मंत्री दिलीप जायसवाल, नगर विकास विभाग मंत्री एवं जिलाधिकारी बक्सर से मांग की है कि एनएच-120 के मरम्मत कार्य की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और दोषी संवेदक पर कार्रवाई करते हुए शीघ्र निर्माण कार्य पूरा कराया जाए, ताकि आम जनता को राहत मिल सके।