गोलीबारी में जख्मी होमगार्ड जवान की इलाज के दौरान मौत पुलिस के खिलाफ आक्रोश

गोलीबारी में जख्मी होमगार्ड जवान की इलाज के दौरान मौत पुलिस के खिलाफ आक्रोश

- भरियार ओपी में परिजनों ने 17 नामजद व 25 अज्ञात पर दर्ज हुआ एफआईआर

- आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी

केटी न्यूज/ डुमरांव

बुधवार को चक्की भोला डेरा में नाली के विवाद में हुई गोलीबारी से जख्मी होमगार्ड जवान त्रिलोकी यादव का इलाज के दौरान मौत हो गई है। उनके मौत होते ही परिजनों में मातम पसर गया। वही घटना के 24 घंटे बाद तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोश भी व्याप्त है। गौरतलब है कि बुधवार को भरियार ओपी थाना क्षेत्र के चक्की भोला डेरा गांव में नाली के विवाद में साधु यादव व अंबिका यादव के बीच हिंसक विवाद हो गया था। जिसमें साधु के पक्ष के लोगों ने गोलीबारी कर दिया। एक गोली अंबिका यादव के पुत्र तथा झारखंड में होमगार्ड जवान की नौकरी करने वाले त्रिलोकी यादव उम्र 45 वर्ष की पेट में लग गई थी। स्थानीय स्तर पर प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया था। पटना पीएमसीएच में गुरूवार को सुबह इलाज के दौरान त्रिलोकी की मौत हो गई। इधर उसके परिजनों ने बताया कि पुलिस इस मामले में शुरू से लापरवाही बरत रही है। यही कारण है कि घटना को अंजाम दे आरोपी फरार हो गए हैं इस घटना के बाद गांव में तनाव व्याप्त है। भरियार ओपी प्रभारी संजय कुमार सिंह ने उसके मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि गोपाल यादव के बयान पर 17 ज्ञात तथा 25 अज्ञात समेत कुल 42 लोगों पर एफआईआर दर्ज कराया गया है। उन्होंने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। 

पीड़ित के घर मच गया कोहराम

त्रिलोकी की मौत से पीड़ित के घर कोहराम मच गया है। त्रिलोकी होमगार्ड जवान था तथा अपने परिवार के साथ झारखंड में ही रहता है। छठ में वह गांव आया था। इसी दौरान नाली विवाद को सुलझानें में उसके साथ यह हादसा हो गया। उसके मौत के बाद से ही उसके पिता अंबिका यादव बेसुध हो गए है। उनके बुढ़ापे का सहारा छिन गया है। पत्नी पिंकी देवी भी रह रहकर बेहोश हो जा रही थी। आठ वर्षीय बेटा दीपू व पांच वर्षीय बेटी सुरूची के अलावे उसे एक दुधमंुही बच्ची भी है। इस हादसे से उसका परिवार अनाथ हो गया है। 

गांव में बढ़ गया तनाव, सहमें है लोग

होमगार्ड जवान की मौत की खबर सुनते ही उसके पक्ष के लोगों का आक्रोश बढ़ गया है। वही ग्रामीण हिंसा प्रतिहिंसा की आशंका से सहमें हुए है। पुलिस भी स्थिति को भांप आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान चला रही है। लेकिन आरोपी फरार हो गए है।