अपराधियों के अलावा शराब व गांजा तस्करों को भा रहा जमीन का कारोबार

अपराधियों के अलावा शराब व गांजा तस्करों को भा रहा जमीन का कारोबार

- जमीन पर जबरन कब्जा करने के लिए अपनाते हैं विभिन्न हथकंडे

- जमीन खरीद के दौरान खतियान व वंशावली का जरूर करें अवलोकन

केटी न्यूज/डुमरांव

जमीन कारोबार का धंधा शराब गांजा की तस्करी पर भी भारी पड़ रहा है। कभी शराब तथा गंजा का नामी-गिरामी तस्कर रहे लोग भी शहर में जमीन का कारोबार से मोटी कमाई कर अपनी रसूख को कायम रखे है। ऐसे लोग धनबली के अलावे समाज की नजर में बाहुबली भी हैं। अपराधियों के साथ इनका सुबह दोपहर शाम उठना बैठना है। जमीन पर पैसा फेंकने में माहिर ऐसे लोग तनिक विवाद होने पर अपनी वाली करने में हिचक नहीं करते हैं। एक दशक पूर्व शहर के एक बहुचर्चित जमीन पर एक गांजा तस्कर का शातिर दिमाग न सिर्फ जमीन हड़पने में सफल हुआ। बल्कि जरूरत पड़ने पर स्टेशन रोड की उक्त जमीन पर गोलीबारी करने में भी तनिक देर नहीं किया गया। आज वह विवादित जमीन शहर का पवित्र स्थल बन चुका है। एक बड़ा शराब तस्कर भी इन दिनों अपना सारा कामकाज छोड़कर जमीन के कारोबार में पैसा और समय लगा रहा हैं। उसका सफल परिणाम भी उक्त शराब तस्कर के साथ है। जमीन के कारोबार से अकूत संपत्ति के अलावे कई बड़े-बड़े बिल्डिंग का मालिक बन चुका शराब का तस्कर शहर में पैसा की चाह रखने वाले लोगों के लिए उदाहरण बन गया है।

ऐसे लोग जमीन पर जबरन कब्जा का हथकंडा भी अपनाते हैं। क्योंकि मुनाफा के कारोबार में जमीन गांजा व शराब की तस्करी से आगे निकल चुका है। यही वजह है कि बड़े-बड़े शराब गांजा के माफिया आज के दिन में खेतों में घूम कर जमीन की तलाश में खाक छान रहे हैं। धनकुबेर बंकर घूम रहे ऐसे जमीन माफियाओं को स्वयं की सुरक्षा के लिए संगीनों के साए में रहना पड़ रहा है। वजह साफ है कि जमीन की खरीद बिक्री के दौरान आम जनता के साथ ऐसे लोगों नेजो गलतियां की हैं उसमें उनके साथ घटना दुर्घटना होना कोई बड़ी बात नहीं होगी। 

जमीन खरीद से पहले बातें यह सावधानी 

अगर आप जमीन की खरीद करने जा रहे हैं तो केशव टाइम्स आप से अपील करता है कि विभिन्न सावधानियों के सहारे धोखाधड़ी का शिकार होने से बचें। दस्तावेज नवीस सत्येंद्र सिंह बताते हैं कि जमीन खरीद के दौरान खतियान व वंशावली का अवलोकन कर जमीन की हिस्सेदारी तय करें। जमीन का बंटवारा रिश्तेदारों के बीच आपसी याददाश्त सहमति या फिर कोर्ट से होना जरूरी है। बंटवारे के आधार पर जमीन का रसीद रिश्तेदारों के नाम से कट रहा है कि नहीं। रसीद पर जमाबंदी संख्या ऑनलाइन जांच करें। पुश्तैनी जमीन में यह सावधानी जरूरी है कि जमीन का बराबर हक बेटा बेटी व भाइयों के बीच हुआ है कि नहीं। सुप्रीम कोर्ट के नए निर्देश में बाप की संपत्ति मैं बेटी का भी हक अधिकार दिया गया है। इन हथकंडो को अपनाकर जमीन के नाम पर हो रही धोखाधड़ी से बहुत हद तक बचा जा सकता है।