धरौली में आरा का जलवा, नेपाल को 3-1 से हराकर फाइनल में बनाई जगह

ब्रह्मपुर प्रखंड के धरौली गांव स्थित जोगीबीर बाबा खेल मैदान में चल रहे बाबू राजमोहन सिंह मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट के छठे दिन गुरूवार को दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला खेला गया। दर्शकों से खचाखच भरे मैदान में आरा और नेपाल की टीमों के बीच खेला गया यह मुकाबला रोमांच, संघर्ष और कौशल से भरपूर रहा, जिसमें अंततः आरा की टीम ने नेपाल को 3-1 से पराजित कर फाइनल में प्रवेश कर लिया।

धरौली में आरा का जलवा, नेपाल को 3-1 से हराकर फाइनल में बनाई जगह

-- बाबू राजमोहन सिंह मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट के दूसरे सेमीफाइनल में रोमांच, फाइनल में अब गाजीपुर बनाम आरा की टक्कर

केटी न्यूज/बक्सर

ब्रह्मपुर प्रखंड के धरौली गांव स्थित जोगीबीर बाबा खेल मैदान में चल रहे बाबू राजमोहन सिंह मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट के छठे दिन गुरूवार को दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला खेला गया। दर्शकों से खचाखच भरे मैदान में आरा और नेपाल की टीमों के बीच खेला गया यह मुकाबला रोमांच, संघर्ष और कौशल से भरपूर रहा, जिसमें अंततः आरा की टीम ने नेपाल को 3-1 से पराजित कर फाइनल में प्रवेश कर लिया।मैच का विधिवत उद्घाटन मुख्य अतिथि बक्सर सांसद सुधाकर सिंह ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर और गेंद को किक मारकर किया।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि समाजसेवी कृष्णानंद सिंह उर्फ छोटे सिंह, पूर्व सदर विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी, डुमरांव विधायक राहुल सिंह, मुख्य आयोजक एवं सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता मनोज सिंह, व्यवसायी हेमंत सिंह एवं स्वयंबर सिंह समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।खेल की शुरुआत से ही दोनों टीमों ने आक्रामक रुख अपनाया। नेपाल और आरा के खिलाड़ियों ने तेज पासिंग, मजबूत डिफेंस और सटीक मूवमेंट से दर्शकों को बांधे रखा।

मध्यांतर से पहले दोनों टीमों ने एक-एक गोल कर मुकाबले को 1-1 की बराबरी पर ला दिया। पहले हाफ के दौरान कई शानदार मौके बने, लेकिन दोनों टीमों के गोलकीपरों ने बेहतरीन बचाव कर स्कोर को सीमित रखा।मध्यांतर के बाद आरा की टीम बदले हुए तेवर के साथ मैदान पर उतरी। आक्रामक खेल का फायदा उठाते हुए आरा ने दूसरा गोल दागकर 2-1 की बढ़त बना ली। इसके बाद नेपाल की टीम ने बराबरी के लिए कई प्रयास किए, लेकिन आरा के मजबूत डिफेंस और तेज काउंटर अटैक ने नेपाल की रणनीति को विफल कर दिया। निर्धारित समय के भीतर आरा ने तीसरा गोल कर मुकाबले को 3-1 से अपने पक्ष में कर लिया और फाइनल का टिकट कटाया।

मैच के दौरान खिलाड़ियों की फुर्ती, सामंजस्य और गोल पर दर्शकों ने जमकर तालियां बजाईं। हर गोल के साथ मैदान में उत्साह का माहौल बनता गया। खेल प्रेमियों के जोश और समर्थन ने खिलाड़ियों का हौसला और बढ़ा दिया।उद्घाटनकर्ता सांसद सुधाकर सिंह ने कहा कि खेल युवाओं के सर्वांगीण विकास का सशक्त माध्यम है। खेल से न केवल शारीरिक और मानसिक मजबूती मिलती है, बल्कि अनुशासन, टीम भावना और नेतृत्व क्षमता का भी विकास होता है।

उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह के आयोजनों से छिपी प्रतिभाओं को आगे आने का अवसर मिलता है और युवा सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ते हैं।फुटबॉल संघ के अध्यक्ष डॉ. रमेश सिंह एवं व्यवस्थापक रंजीत सिंह उर्फ फुड्डू सिंह ने बताया कि टूर्नामेंट को लेकर दर्शकों में जबरदस्त उत्साह है। खिलाड़ियों, अतिथियों और दर्शकों के लिए चाय, नाश्ता एवं पेयजल की बेहतर व्यवस्था की गई है। उन्होंने जानकारी दी कि टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला गाजीपुर और आरा की टीमों के बीच खेला जाएगा।

मुख्य आयोजक बाबू मनोज सिंह ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी बाबू राजमोहन सिंह की जयंती के अवसर पर इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का आयोजन किया गया है। डुमरांव विधायक राहुल सिंह ने कहा कि 26 दिसंबर को खेले जाने वाले फाइनल मुकाबले में विजेता टीम को 5 लाख रुपये नकद और कप, जबकि उपविजेता टीम को 2 लाख 51 हजार रुपये नकद पुरस्कार दिया जाएगा।मैच में मुख्य रेफरी की भूमिका मोहम्मद सलाम ने निभाई, जबकि सहायक रेफरी शशि कुमार सुमन, संतोष पांडेय, पप्पू कुमार सिंह और जनार्दन सिंह रहे। उद्घोषणा ब्रदर महान, मनीष उपाध्याय और आशुतोष पांडेय ने की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और खेल प्रेमी मौजूद रहे।