अर्जुन यादव हत्याकांड मुख्य शूटर समेत दो अपराधी चढ़े एसआईटी के हत्थे, दो आर्म्स व कारतूस बरामद

चौसा पावर प्लांट के समीप बीते 26 मई को हुए प्लांट के ठेकेदार अर्जुन यादव हत्याकांड का मुख्य शूटर गिरफ्तार हो गया है। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने हथियार भी बरामद किए है। शुक्रवार को एसपी शुभम आर्य ने प्रेस वार्ता आयोजित कर इस संबंध में जानकारी दी।

अर्जुन यादव हत्याकांड मुख्य शूटर समेत दो अपराधी चढ़े एसआईटी के हत्थे, दो आर्म्स व कारतूस बरामद

-- चौसा पावर प्लांट के पास की गई थी अर्जुन यादव की हत्या, पुलिस ने सरगना तक पहुंचने की रणनीति तेज की

-- ठेकेदारी में वर्चस्व को ले हुई थी अर्जुन यादव की हत्या, एसपी ने प्रेस वार्ता में दी जानकारी

केटी न्यूज/बक्सर

चौसा पावर प्लांट के समीप बीते 26 मई को हुए प्लांट के ठेकेदार अर्जुन यादव हत्याकांड का मुख्य शूटर गिरफ्तार हो गया है। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने हथियार भी बरामद किए है। शुक्रवार को एसपी शुभम आर्य ने प्रेस वार्ता आयोजित कर इस संबंध में जानकारी दी। 

बता दें कि अर्जुन यादव की हत्या ने बक्सर के राजनीतिक जगत में भी हलचल मचा दी थी। ठेकेदारी के वर्चस्व को लेकर उपजे विवाद में अखौरीपुर गोला निवासी अर्जुन यादव को अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर मौत की नींद सुला दिया था। गंभीर रूप से घायल अर्जुन को अस्पताल पहुंचाया गया, परन्तु उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। घटना के बाद से ही जिला पुलिस इस मामले को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़कर देख रही थी।

अब महीनों की अथक पीछा-करवाई और गुप्त सूचनाओं के आधार पर पुलिस ने इस केस में सबसे बड़ी सफलता हासिल की है। विशेष अन्वेषण दल (एसआईटी) ने हत्याकांड के मुख्य शूटर निखिल यादव को धर दबोचा है। इसके साथ ही हथियारों की बरामदगी और एक अन्य आरोपी की गिरफ्तारी ने इस मामले को नए मोड़ पर ला खड़ा किया है।

-- इलाज के बहाने शहर आया था शूटर, पुलिस ने बिछाया जाल

एसपी ने बताया कि मुख्य आरोपी निखिल यादव पिछले कई महीनों से फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए गठित विशेष अन्वेषण दल लगातार उसकी गतिविधियों पर नज़र रखे हुए था। इस बीच गुप्त सूचना मिली कि निखिल यादव गुपचुप तरीके से चिकित्सकीय उपचार कराने बक्सर पहुंचा है।

इसकी जानकारी मिलते ही उसे गिरफ्तार करने का निर्देश अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (सदर) गौरव पाण्डेय को दिया गया। उनके नेतृत्व में टीम ने आईटीआई मार्ग पर गश्ती बढ़ाई और घेराबंदी करते हुए निखिल को दबोच लिया। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वही अर्जुन यादव की हत्या का मुख्य शूटर था और वारदात में उपयोग किए गए हथियार उसके सहयोगी विक्की उपाध्याय उर्फ पंकज उपाध्याय के घर में छिपाए गए हैं।

-- छापामारी में खुला हथियारों का गुप्त भंडार

निखिल की निशानदेही पर पुलिस टीम ने थाना इटाढ़ी के सुकरवलिया गांव में स्थित विक्की उपाध्याय के घर पर छापामारी की। तलाशी के दौरान पुलिस को हथियारों का जखीरा मिला। उसके घर से पुलिस को एक देशी कट्टा, एक एकनाली देशी बंदूक, उपयोग किए गए कारतूस के 80 खोखे तथा छह कारतूस मिला।हथियार बरामद होते ही विक्की उपाध्याय को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। बरामद हथियारों के आधार पर इटाढ़ी थाना में एक नया मामला भी दर्ज किया गया है।

-- दोनों आरोपियों का लंबा अपराधिक इतिहास

मुख्य आरोपी निखिल यादव का आपराधिक रिकॉर्ड बेहद भारी है। उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश के बरसेर और कासिमाबाद थाना क्षेत्रों में 12 से अधिक मामले दर्ज हैं, वहीं बक्सर मुफस्सिल थाना में भी एक मामला लंबित है।विक्की उपाध्याय पर भी मुफस्सिल और इटाढ़ी थाना क्षेत्र में कई मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें अवैध हथियार रखने और मारपीट के मामले शामिल हैं।एसपी ने बताया कि अर्जुन यादव की हत्या किसी छोटी-मोटी रंजिश का परिणाम नहीं, बल्कि ठेकेदारी क्षेत्र में वर्चस्व साबित करने की कोशिश का हिस्सा थी।

-- एसडीपीओ गौरव पांडेय ने किया नेतृत्व

पूरे अभियान का नेतृत्व एसडीपीओ गौरव पांडेय ने किया। इसमें जिला गोपनीय इकाई के निरीक्षक सुधीर कुमार, सहायक निरीक्षक चंदन कुमार (दोनों), थानाध्यक्ष सोनू कुमार पासवान सहित मुफस्सिल और इटाढ़ी थाना की संयुक्त टीम तथा सशस्त्र बल शामिल थे।पुलिस का कहना है कि अभी कुछ और आरोपी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापामारी की जा रही है। एसआईटी का दावा है कि जल्द ही इस हत्याकांड की पूरी साजिश का खुलासा कर बाकी आरोपियों को भी जेल भेज दिया जाएगा।