डुमरांव राजवाहा पर अंग्रेजो की जमाने की बनी पुलिया क्षतिग्रस्त, परिचालन बाधित
- ट्रक तथा अन्य भारी वाहनों के दबाव से क्षतिग्रस्त हुई पुलिया, लोगों में आक्रोश
केटी न्यूज/डुमरांव
डुमरांव राजवाहा मार्ग पर अकालुपुर गांव के पास अंग्रेजों के जमाने की बनी पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई है। जिस कारण इस मार्ग पर वाहनों का परिचालन बाधित हो रहा है। पुलिया क्षतिग्रस्त होने की मुख्य वजह इस पथ पर अवैध तरीके से भारी वाहनों के प्रवेश को बताया जाता है।
जानकारी के अनुसार राजवाहा मार्ग पर ट्रक तथा अन्य भारी वाहनों के परिचालन पर प्रशासन द्वारा रोक लगाई गई है। यह पथ भी भारी तथा मालवाहक वाहनों के भार क्षमता के अनुकूल नहीं है। बावजूद भारी वाहन चालक शॉर्ट कट के चलते इस पथ का उपयोग करते है। वही शहरी क्षेत्र में दिन में लागू नो इंट्री के कारण भी पूरे दिन इंतजार के बजाय कई ट्रक चालक इसी पथ से आवाजाही करते है।
जानकारों का कहना है कि यह पथ खलवा ईनार के पास एनएच 120 तथा बड़का ढकाईच के पास एनएच 922 को जोड़ती है। जिस कारण इस पथ का उपयोग बाईपास सड़क के रूप में भी होता है। वही पूरे दिन इस पथ पर छोटे बड़े वाहनों का परिचालन होता है। लेकिन, पुलिया का एक हिस्सा ध्वस्त होने से वाहन चालकों की मुश्किलें बढ़ गई है। गौरतलब है
कि कुछ वर्ष पूर्व इस पथ पर नोनियाडेरा के पास ट्रक की चपेट में आने से एक किशोर की मौके पर ही मौत हो गई थी। जिसके बाद प्रशासन द्वारा डुमरांव के साथ ही भोजपुर राजवाहा पथ पर भी कई जगहों पर बैरियर लगा ट्रक तथा अन्य मालवाहक वाहनों के परिचालन पर रोक लगाई गई थी।
लेकिन, कुछ दिनों के बाद ही भारी वाहन चालक इस नियम को ताक पर रख वाहनों का परिचालन धड़ल्ले से करने लगे। वही, प्रशासनिक उदासीनता से भी कई सवाल खड़े हो रहे है। पुलिया के जर्जर होने तथा क्षतिग्रस्त होने से स्थानीय लोगों में प्रशासन के प्रति आक्रोश बढ़ गया है।
अकालुपुर मनोज यादव, रामप्रवेश यादव, दिनेश यादव, नंदन के राजीव कुमार आदि की मानें तो यह पथ उनके गांव को अनुमंडल मुख्यालय व शहर से जोड़ने का एकमात्र विकल्प है। वही पुलिया के क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीणों के समक्ष आवागमन की मुश्किलें खड़ी हो गई है। ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन से इस पुलिया की मरम्मत करवाने तथा इस पर भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने की मांग की है।