करोड़ो के गबन का आरोपी बीज निगम का केन्द्राधीक्षक मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार
- पुलिस के टॉप 20 अपराधियों की लिस्ट में था शामिल
- चार दर्जन से अधिक किसानों से करोड़ो का गेहूं व धान ले फरार हो गया था क्रेन्द्राधीक्षक
- मुरार थाने में तीन व बक्सर नगर थाने में दर्ज है धोखाधड़ी के चार मामले
केटी न्यूज/डुमरांव
मुरार पुलिस ने जिले के किसानों का करोड़ो रूपए का गबन करने वाले बिहार राज्य बीज निगम बक्सर के केन्द्राधीक्षक अजित कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी गुप्त सूचना व तकनीकि साधनों द्वारा मुजफ्फरपुर के अहियारपुर से की गई है। वह जिले के टॉप 20 अपराधियों में शामिल था। गुरूवार को डुमरांव एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी ने प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी दी। गिरफ्तार किए गए केन्द्राधीक्षक पर बक्सर नगर थाने में धोखाधड़ी के चार व मुरार थाने में तीन समेत कुल सात एफआईआर दर्ज है। अकेले मुरार के तीन किसानों से उक्त केन्द्राधीक्षक ने कुल 41 लाख रूपए के धान व गेहूं के राशि का गबन किया है। जबकि जिले के करीब 50 से अधिक किसानों का करोड़ो रूपए लेकर चंपत हो गया था। पुलिस की मानें तो वह नेपाल भागने की फिराक में था। लेकिन उसका लोकेशन टेªश कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। एसडीपीओ ने बताया कि उसकी गिरफ्तारी से किसानों को उनका हक मिलेगा। उसे गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम का नेतृत्व मुरार थानाध्यक्ष रविकांत प्रसाद कर रहे थे। टीम में मुरार थाने के एएसआई राजकुमार सिंह, रविशंकर सिंह, धनजी कुमार व गृह रक्षक आलोक कुमार शामिल थे।
पूर्व मंत्री के भतीजा व भांजे ने दर्ज कराया था एफआईआर
मुरार थाने में बीज निगम बक्सर के केन्द्राधीक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने वालों में बिहार सरकार के पूर्व पथ निर्माण एवं परिवहन मंत्री रहे चौगाई निवासी बसंत सिंह के भतीजा चैतन्य सिंह, उनका भांजा आजातशत्रु सिंह तथा एक अन्य किसान मो. चुन्नु शामिल है। अजित ने इन किसानों से करीब 41 लाख रूपए का धान व गेहूं खरीदा था। लेकिन उनके पैसे का भुगतान नहीं किया था। वही चार अन्य किसानों ने बक्सर नगर थाने में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है। जबकि दर्जनों किसान एफआईआर तक दर्ज नहीं कराए है।
दर्जनों किसानों ने नहीं दर्ज कराया है एफआईआर
मिली जानकारी के अनुसार गबन के आरोपी केन्द्राधीक्षक ने जिले के करीब 50 से अधिक किसानों के करोड़ो रूपए मूल्य के गेहूं व चावल को हड़प लिया है। अधिकांश किसानों ने कानूनी पचड़े से बचने के लिए एफआईआर तक दर्ज नहीं कराया। जबकि सूत्रों की माने तो चौगाईं के एक किसान ने उसे झांसे में अपने दरवाजे पर बुला बंधक बना अपना रूपया वसूला था। वही अन्य किसान अभी भी ठगा महसूस कर रहे है। बहरहाल केन्द्राधीक्षक की गिरफ्तारी के बाद अब देखना है कि ठगी के शिकार किसान आगे आकर उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करा रहे है कि नहीं।
क्या कहते है एसडीपीओ
बीज निगम के केन्द्राधीक्षक पर मुरार व बक्सर नगर थाने में धोखाधड़ी के सात एफआईआर दर्ज है। उस पर करोड़ो रूपए के गबन का आरोप है तथा वह टॉप 20 अपराधियों की सूची में शामिल था। उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी है। - अफाक अख्तर अंसारी, एसडीपीओ, डुमरांव