चौसा युद्ध का मैदान बनेगा खेल गतिविधियों का केंद्र, अधिकारियों ने किया संयुक्त निरीक्षण
चौसा प्रखंड अंतर्गत स्थित ऐतिहासिक चौसा युद्ध का मैदान को पर्यटन एवं खेल गतिविधियों के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में प्रशासन ने कदम तेज कर दिए हैं। इसी क्रम में जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी रवि बहादुर एवं उपाधीक्षक शारीरिक शिक्षा आलोक वत्स ने गुरुवार को प्रखंड स्तरीय खेल मैदान का संयुक्त निरीक्षण किया। अधिकारियों ने मैदान की वर्तमान स्थिति, सुविधाओं, रखरखाव व्यवस्था तथा संभावित विकास कार्यों का विस्तृत आकलन किया।
-- पर्यटन व खेलकूद को बढ़ावा देने की कवायद तेज, रखरखाव में लापरवाही पर एजेंसियों को मिलेगी नोटिस
केटी न्यूज/बक्सर
चौसा प्रखंड अंतर्गत स्थित ऐतिहासिक चौसा युद्ध का मैदान को पर्यटन एवं खेल गतिविधियों के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में प्रशासन ने कदम तेज कर दिए हैं। इसी क्रम में जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी रवि बहादुर एवं उपाधीक्षक शारीरिक शिक्षा आलोक वत्स ने गुरुवार को प्रखंड स्तरीय खेल मैदान का संयुक्त निरीक्षण किया। अधिकारियों ने मैदान की वर्तमान स्थिति, सुविधाओं, रखरखाव व्यवस्था तथा संभावित विकास कार्यों का विस्तृत आकलन किया।

निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने मैदान की साफ-सफाई, घास कटाई, सुरक्षा व्यवस्था, बाउंड्री, पिच की तैयारी, खिलाड़ियों के लिए आवश्यक मूलभूत सुविधाओं सहित कई महत्वपूर्ण पहलुओं का परीक्षण किया। उन्होंने संबंधित रखरखाव एजेंसी को सख्त निर्देश जारी करते हुए कहा कि मैदान को अंतर-प्रखंड और जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं के अनुकूल बनाया जाए। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि रखरखाव में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि निर्धारित मानकों का पालन नहीं हुआ, तो एजेंसी को वर्जित सूची (ब्लैकलिस्ट) में डालने की कार्रवाई की जाएगी।

यह मैदान केवल खेल गतिविधियों के लिए ही नहीं, बल्कि ऐतिहासिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। गौरतलब है कि इसी चौसा भूमि पर मुगल बादशाह हुमायूं को अफगान शासक शेरशाह सूरी ने निर्णायक रूप से पराजित किया था। यह युद्ध भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ था। प्रशासन मानता है कि मैदान के विकास से न केवल खिलाड़ियों को बेहतर अवसर मिलेंगे, बल्कि चौसा के ऐतिहासिक महत्व को भी राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी।

अधिकारियों ने बताया कि मैदान को पर्यटन मानचित्र से जोड़ने की भी योजना है, ताकि बाहरी पर्यटक यहां आकर इतिहास और आधुनिक खेल सुविधाओं का अनुभव ले सकें। इसके लिए संकेतक बोर्ड, पार्किंग व्यवस्था, बैठने की जगह और अन्य संरचनात्मक सुधारों पर भी जल्द काम शुरू किया जाएगा।निरीक्षण के दौरान स्थानीय खेल प्रेमियों में उत्साह देखा गया। उन्होंने उम्मीद जताई कि मैदान के विकसित होने से क्षेत्र में खेल प्रतिभाओं को नई दिशा मिलेगी और चौसा खेल हब के रूप में उभरेगा। प्रशासन ने आश्वस्त किया कि सभी कार्य निर्धारित समयसीमा में पूर्ण होंगे और मैदान को आकर्षक व आधुनिक स्वरूप देने में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।
