मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना: बक्सर में 90 करोड़ से अधिक की राशि का हुआ अंतरण

महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का शुभारंभ किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण नगर भवन, बक्सर में हुआ।

मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना: बक्सर में 90 करोड़ से अधिक की राशि का हुआ अंतरण

-- मुख्यमंत्री की उपस्थित में पीएम ने ऑनलाइन किया हस्तांतरण, बढ़ेगा रोजगार

केटी न्यूज/बक्सर

महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का शुभारंभ किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण नगर भवन, बक्सर में हुआ।

कार्यक्रम की शुरुआत जिलाधिकारी डॉ. विद्यानंद सिंह और जीविका दीदियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर की। इस मौके पर बड़ी संख्या में लाभुक महिलाएं और जीविका समूह की सदस्याएं उपस्थित रहीं। योजना का मकसद है कि राज्य के प्रत्येक परिवार की कम से कम एक महिला को रोजगार से जोड़ा जाए। प्रारंभिक स्तर पर प्रत्येक लाभुक महिला को 10 हजार की राशि दी जा रही है, जिससे वह अपनी पसंद का रोजगार शुरू कर सके। आगे चलकर प्रदर्शन और आवश्यकता के आधार पर 2 लाख तक की अतिरिक्त सहायता का प्रावधान भी रखा गया है।

-- सहकारिता और संगठन से मजबूत होगी महिलाएं

इस योजना को सामुदायिक सहकारिता पर आधारित किया गया है। लाभुकों को स्थानीय स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) से जोड़ा जाएगा, ताकि रोजगार की दिशा तय करने और उसे शुरू करने में उन्हें सहयोग मिल सके। राज्यभर में पहले से सक्रिय 11 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूह और 1 करोड़ 40 लाख जीविका दीदियों का नेटवर्क इस योजना की रीढ़ बनेगा।

-- प्रशिक्षण और बाजार की सुविधा

सरकार न केवल प्रशिक्षण उपलब्ध कराएगी बल्कि उत्पादन और विपणन में भी महिलाओं का सहयोग करेगी। गांवों से लेकर शहरों तक हाट-बाजार विकसित किए जाएंगे, ताकि महिलाओं के उत्पादों की बिक्री सुनिश्चित हो और वे स्थायी आय का स्रोत प्राप्त कर सकें।

-- बक्सर में हुआ 90 करोड़ से अधिक का अंतरण

बक्सर जिले में 90,81,80,000 रुपये की राशि का सीधा अंतरण किया गया। यह राशि जीविका समूह अंतर्गत 90,818 जीविका दीदियों को 10 हजार प्रति लाभुक की दर से दी गई। इस मौके पर जिलेभर की महिलाओं में खासा उत्साह देखा गया। योजना का लक्ष्य है महिलाओं को केवल आर्थिक सहयोग देना ही नहीं बल्कि उन्हें उद्यमिता की दिशा में आगे बढ़ाना। स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता पर आधारित यह प्रयास न केवल महिलाओं की स्थिति मजबूत करेगा बल्कि राज्य और देश की आर्थिक प्रगति में भी सहायक सिद्ध होगा।