मौसम परिवर्तन से वायरल बीमारियों के चपेट में आ रहे बच्चें व बुजुर्ग, अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की तादाद
केटी न्यूज/डुमरांव
मौसम में तेजी से हो रहे बदलाव के कारण लोग वायरल इंफेक्शन से पीड़ित होने लगे हैं। तापमान में उतार-चढ़ाव होने से बुखार, सर्दी-जुकाम व खांसी के मरीज इलाज कराने के लिए अनुमंडल अस्पताल व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंच रहे है। इन अस्पतालों में हर दिन करीब 500 मरीजों का इलाज होता है। इसके अलावे निजी क्लीनिकों में ऐसे मरीजों की तादाद बढ़ी है। इधर कुछ दिनों से मौसम में लगातार जारी उतार-चढ़ाव लोगों की सेहत को नुकसान पहुंचा रहा है
जिस कारण बच्चे जहां सर्दी, खांसी, बुखार व वायरल निमोनियो की चपेट में आ रहे है। डॉ आरबी प्रसाद ने बताया कि अधिकांश मरीज मौसमी बीमारियों की शिकायत लेकर इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं। मौसम में जिस तरह से बदलाव हो रहा है हर आयु वर्ग के लोग मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रहे है।तापमान में जारी उतार-चढ़ाव इसकी मुख्य वजह है। दिन में धूप व रात में ठंड बढ़ जाने से लोगों के सेहत को प्रभावित कर रहा है।
उन्होंने बताया कि बदलते मौसम से उतार-चढ़ाव संक्रामक बीमारियों के प्रसार को बढ़ावा दे रहा है। इस मौसम में बच्चों को संक्रामक रोगों का खतरा अधिक होता है। इस मौसम में बच्चों के नाक से पानी आना, सांस लेने में तकलीफ, कफ व खांसी व सोते समय सांसों में घर-घराहट की आवाज जैसी शिकायत आम है। शुरूआती अवस्था में उचित इलाज के अभाव में ये निमोनिया सहित अन्य गंभीर रोग का कारण बन सकता है।
बच्चों की सेहत पर सबसे अधिक असर
डॉक्टर ने बताया कि बदलते मौसम का सबसे अधिक असर कम उम्र के बच्चों की सेहत पर पड़ रहा है। बड़ों की तुलना में बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। इसलिये वे आसानी से तरह-तरह के संक्रामक बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। बच्चों में नाक से पानी आना, सांस लेने में तकलीफ, कफ-खांसी व सोते समय सांसों में घर-घराहट की आवाज जैसी शिकायत होती है। अगर शुरुआती दौर में ही इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो ये निमोनिया सहित अन्य गंभीर रोग का कारण बन सकता है।
सेहत के प्रति सतर्क रहने की जरूरत
बदलते मौसम में अपनी सेहत के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है। खास कर बच्चे व बुजुर्गों के मामले में ये अधिक जरूरी है। ऐसे मौसम में शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ के सेवन को प्रमुखता देना चाहिये। इस मौसम में हरी पत्तेदार सब्जी सहित अन्य मौसमी फलों को सेवन अधिक करें। ताजा भोजन व हल्का गर्म पानी का सेवन करें जिससे संक्रमण की संभावना को कम करता है।
धूप से आने पर अधिक ठंडे पानी के सेवन से परहेज करें। साफ सफाई पर ध्यान देने की जरूरत है। अधिक परेशानी होने पर तत्काल नजदीकी अस्पताल इलाज कराना जरूरी है।