डुमरांव प्लेटफॉर्म पर नहीं लगा कोच इंडिकेटर, यात्रियों को ट्रेन छूटने का बना रहता है भय

डुमरांव प्लेटफॉर्म पर नहीं लगा कोच इंडिकेटर, यात्रियों को ट्रेन छूटने का बना रहता है भय

केटी न्यूज/डुमरांव 

दानापुर-बक्सर रेलखंड के डुमरांव रेलवे स्टेशन पर कोच इंडिकेटर के आभाव में हर दिन यात्रियों को भागदौड करनी पड रही है। ऐसे में यात्रियों को ट्रेन छूटने का भय बना रहता है। कोच के सही पोजीशन की जानकारी नहीं होने के कारण ट्रेनों के आते ही प्लेटफार्म पर अफरातफरी मच जाती है। इस भाग-दौड़ में कई बार लोगों की ट्रेने भी छूट जाती है।

पूर्व में टेंडर होने के बाद भी कोच इंडिकेटर लगाने का मामला ठंडे बस्ते में चला गया। राजस्व को लेकर डुमरांव को बी ग्रेड के स्टेशन का दर्जा प्राप्त है लेकिन उसके अनुरूप यहां यात्री सुविधाएं नहीं मिल रही है। डुमरांव में प्रतिदिन अप-डाउन लाइन के 30 से अधिक ट्रेनों का ठहराव होता है।

साथ ही प्रतिदिन दस हजार से अधिक यात्रियों का आना-जाना होता है। एक्सप्रेस ट्रेनों का यहां महज दो मिनट का स्टॉपेज है। ऐसे में कोच इंडिकेटर नहीं रहने से यात्रियों को डिब्बों के ठहरांव की सही जानकारी नहीं मिल पाती है। ट्रेन रुकने के साथ ही डिब्बों तक पहुंचने के लिए अफरा-तफरी मच जाती है।

अफरा-तफरी के बीच बुजुर्गों और महिलाओं को काफी परेशानी होती है। ट्रेनों में सवार नहीं होने के कारण हर दिन चेनपुलिंग होती रहती है। रेल यात्री कल्याण समिति के अध्यक्ष सह समाजसेवी राजीव रंजन सिंह ने बताया कि डुमरांव स्टेशन पर कोच इंडिकेटर लगाने के लिए पूर्व रेलवे की ओर से स्वीकृति मिली थी।

इसके लिए टेंडर के साथ तीन कर्मियो की नियुक्ति भी हुई थी। कोच इंडिकेटर का कुछ सामान भी आ चुका था लेकिन महीनों बाद मशीन स्टाल नहीं हुआ। समिति का कहना है कि कोच इंडिकेटर के सामान भी दूसरे जगह स्थानांतरित कर दिया गया, जिसके कारण कोच इंडिकेटर लगने की संभावनाएं खत्म हो गयी।