उद्घाटन के लिए तरस रहा 1.60 करोड़ की लागत से बना सामुदायिक भवन, तीन वर्षों से लटक रहा ताला
चकबंदी ऑफिस के बगल में बनकर तैयार सामुदायिक भवन
उदघाटन नहीं होने से अनुपयोगी बना है दो मंजिला भवन
केटी न्यूज/डुमरांव
शहर के पॉश इलाके में एक करोड़ 60 लाख की लागत से बन कर तैयार दो मंजिला सामुदायिक भवन में तीन वर्षों से ताला लटक रहा है। इस भवन के लोकार्पण के इंतजार में उम्मीदों की डोर अब टूटने लगी है। शादी-विवाह के मौसम में भी गरीब परिवारों की हसरत पूरी होने की संभावना मंद पड़ गयी है। देखरेख के अभाव में भवन पर धूल की मोटी परते जमने लगी है। शहरी गरीब के बेटे-बेटियों की शादी विवाह जैसे कार्यक्रम को लेकर राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने अपनी निधि से राशि मुहैया कराकर इस भवन को भव्य रूप दिलाया था। इस आलीशान भवन मे मूलभूत सुविधाओं का प्रबंध कराया गया है ताकि शहरी आवोहवा में गुजर बसर करने वाले गरीबों को यह लाभ मिल सके। इस भवन में एक साथ दो कार्यक्रम आसानी से संपन्न हो सकते है। आसपास के रहने वाले मोहल्लेवासी विजय यादव, रमन कुमार, सोखी कुम्हार, लकी यादव आदि कहते है कि एनएच 120 सड़क के किनारे बना यह भव्य भवन से काफी आस जगी थी
लेकिन तीन वर्षों से उद्घाटन नहीं होने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गयी है। वैसे गरीब जगह के अभाव में अपने बेटे-बेटियों की शादी करने के लिए इधर उधर भागदौड़ करते है। अगर इसका लोकार्पण होता है तो मांगलिक गीतों की गूंज सुनाई देने लगेगी। बता दें कि शहर के मुख्य सड़क पर विभाग ने इस योजना को लेकर चार हजार वर्ग फुट जमीन को अधिग्रहण किया है। इस जमीन पर पर्यावरण रहित गेस्ट हाउस, वाहनांे की पार्किंग सुविधा, चारों तरफ पांच फीट चौड़ी गैलरी, नीचे तल्ले पर बड़ा हॉल, किचन, शौचालय सहित चार कमरे तथा दूसरे तल्ले पर गेस्टों के लिए दो सुसज्जित कमरा, बड़ा हॉल जिसमे सौ कुर्सीयान,
बिजली, पानी आदि की सुविधा मुहैया करायी गयी है। लेकिन इतना सुविधा होने के बावजूद सिर्फ उदघाटन के अभाव में यह सामुदायिक भवन अनुपयोगी बना है। जिससे शहरवासियों में व्यवस्था के प्रति नाराजगी है। लोगों का कहना है कि जनता के गाढ़ी कमाई के पैसे से भवन तो बनवा दिया गया है लेकिन शासन प्रशासन को इसके उदघाटन की सुधि नहीं है। जिससे यह लोगों को मुंह चिढ़ाते नजर आ रहा है। लोगों ने इस सामुदायिक भवन का अविलंब लोकापर्ण करा इसे आम जनता के लिए सौंपने की मांग की है।