जाम की समस्या से कराह रहा है डुमरांव, प्रशासन बेखबर
नो इंट्री के बाद भी नगर को जाम की समस्या से निजात नहीं मिल रहा है। प्रतिदिन जाम की समस्या से नगरवासी जूझते रहते हैं।
- नो इंट्री में प्रवेश कर जाते हैं बड़े वाहन, जहां से खड़ी होती है जाम की समस्या
केटी न्यूज/डुमरांव
नो इंट्री के बाद भी नगर को जाम की समस्या से निजात नहीं मिल रहा है। प्रतिदिन जाम की समस्या से नगरवासी जूझते रहते हैं। नगर के बीचोबीच से एनएच-120 सड़क गुजरती है। लिहाजा इस पर भारी वाहनों का आना-जाना लगा रहता है। जाम की समस्या को देखते हुए शहर में सुबह आठ बजे से रात्रि दस बजे तक नो इंट्री लगाया गया है। हलांकि इस नो इंट्री का पालन सही से नहीं किया जाता है। बड़े वाहन प्रवेश ही कर जाते हैं और जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
बता दें की स्टेशन रोड जो शहर के बीच से होकर गुजरता है, इस पर राज्य के बड़े शहरों के अलावे झारखंड, बंगाल और यूपी के बड़े माल वाहक गुजरते हैं। इतना ही नहीं सैकड़ों यात्री बसों का भी इसी रोड से होता है, बावजूद नो इंट्री का पालन सही से नहीं किया जाता। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि नो इंट्री का पालन करवाने के लिए पुलिस की ड्यूटी लगती जरूर है, लेकिन इनके द्वारा सही से पालन नहीं किया जाता है। इस जाम में टेम्पों चालकों का भी अहम रोल होता है। आगे निकलने की चक्कर में इनके द्वारा जाम को बढ़ावा दिया जाता है।
इनके लिए नप ने कोई स्टैंड नहीं बनाया है। टैम्पों और बस स्टैंड अगर बन जाता है और बड़े वाहनों के गुजरने पर रोक लग जाती है तो जाम की समस्या से नगरवासियों को निजात मिल सकती है। इसके लिए प्रशासन, वाहन चालक और समाजिक कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर समाजस्य स्थापित करते हुए काम करना होगा। कुछ लोगों का कहना है कि महरौरा मोड़ से ही बड़े वाहनों घुमाकर नहर के रास्ते मां डुमरेजिन मोड़ के पास निकाला जाए। इस तरह की यदि कार्य किया जाता है तो नगर को जाम की समस्या से निजात मिल सकता है।