जब्त शराब के मिसयूज मामले में ब्रह्मपुर पुलिस पर कार्रवाई के बाद उठने लगे सवाल
- बोले थानाध्यक्ष एसडीपीओ के नेतृत्व में बरामद हुआ था शराब, छुट्टी पर होने के बावजूद हुई कार्रवाई केटी न्यूज/ब्रह्मपुर
सोमवार की रात एसपी मनीष कुमार व डुमरांव एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी ने संयुक्त रूप से ब्रह्मपुर थाने में छापेमारी किया। इस दौरान कंटेनर से जब्त शराब की दो पेटियां मालखाने के बाहर दूसरे कमरे में रखी पाई गई। इसके बाद एसपी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए ब्रह्मपुर थानाध्यक्ष बैजनाथ चौधरी समेत कुल छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। एक दरोगा व एक प्रशिक्षु जवान गिरफ्तार किए गए थे। लेकिन अब इस कार्रवाई पर सवाल उठने लगे है। ब्रह्मपुर थाने के निलंबित थानाध्यक्ष बैजनाथ चौधरी ने डुमरांव एसडीपीओ पर फंसाने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि जिस वक्त यह कार्रवाई हुई वे उस समय बेतिया में गवाही करने गए थे। वे थाना में मौजूद ही
नहीं थे तो उनपर कार्रवाई क्यों की गई। उन्होंने कहा कि कार्रवाई से पहले उनसे स्पष्टीकरण तक नहीं पूछा गया। वही उन्होंने कहा कि वे डुमरांव एसडीपीओ पिछले दो तीन महीने से उनके पीछे पड़े थे। वे मुझे अक्सर फंसाने की धमकी देते थे। निलंबित थानाध्यक्ष ने बताया है वे एसपी को स्वास्थ्य कारणों का हवाला दे उन्हें थानाध्यक्ष के पद से हटाने की गुहार लगा चुके है। लेकिन उनके आवेदन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। वही सूत्रों की मानें तो इस घटना के बाद पुलिस की भद्द पिट रही है। वही इस घटना के बाद कई सवाल खड़े हो रहे है। जब थानाध्यक्ष मौके पर मौजूद नहीं थे तो उनपर कार्रवाई क्यों की गई तथा एसपी को थाना के मालखाना के अतिरिक्त शराब रखने की सूचना किसने दी थी। यह लाख टके का सवाल बन गया है।
जिसको मिला था प्रभार उस पर नहीं हुआ एफआईआर
ताज्जूब की सोमवार को छुट्टी पर जाने के बाद ब्रह्मपुर थाने की कमान संभालने वाले पुलिस पदाधिकारी पर एफआईआर दर्ज नहीं कराया गया है, सिर्फ उसे निलंबित किया गया है। जिससे यह साफ जाहिर होता है कि पूर्व थानाध्यक्ष को टारगेट किया गया था। वही जिस कंटेनर से बरामद शराब को मालखाने से बाहर निकालकर रखने पर यह विवाद खड़ा हुआ है उक्त शराब को खुद एसडीपीओ ने ही जब्त किया था। वे ही मीडियाकर्मियों को भी इसकी जानकारी दिए थे।
अब तक तस्कर का पता नहीं लगा सकी पुलिस
बता दें कि कुछ दिन पहले शराब से भरी एक कंटेनर को ब्रह्मपुर के पुरवा गांव के पास एसडीपीओ के नेतृत्व में पकड़ा गया था। पुलिस ने हरियाणा निवासी ट्रक चालक को भी गिरफ्तार किया था। लेकिन अबतक पुलिस इस जब्त शराब के तस्कर की पहचान नहीं कर सकी है। जिससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो रहा है।