शादी-विवाह को लेकर ट्रेनों में बढ़ी भीड़, यात्रियों को करनी पड़ती है कड़ी मशक्कत
- स्थानीय प्लेटफार्म पर बढ़ी सुरक्षा, रेल पुलिस कर रही निगरानी
केटी न्यूज/डुमरांव
लग्न में हर दूसरे व तीसरे दिन शादी-विवाह के मुहूर्त बन रहे हैं। उस पर छठ महापर्व पर घर आये परदेसी अब वापस लौट रहे है। ऐसे में ट्रेनों में अब दोहरी भीड़ हो रही है। हर दिन चलने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों के साथ साप्ताहिक ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट है।
ट्रेनों पर यात्रियों का दबाव काफी बढ़ा हुआ है। इस कारण ट्रेनों में सफर करने में रेलयात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय प्लेटफार्म पर यात्रियों की भीड़ बढ़ गयी है, जिसकी सुरक्षा को लेकर रेल पुलिस निगरानी में जुटी है। ट्रेन पकड़ने के लिए स्थानीय स्टेशन पर यात्रियों में इजाफा हुआ है। यात्री स्थानीय प्लेटफार्म पर पहुंचने के लिए संकीर्ण ओवरब्रिज पर मशक्कत कर प्लेटफार्म तक पहुंचते है। दानापुर-बक्सर रेलखंड के डुमरांव रेलवे स्टेशन का दर्जा रेल विभाग ने बी ग्रेड का दिया है
लेकिन यात्री सुविधाओं का घोर अभाव बना है। वर्ष भर मे करोड़ो की आय देने वाला इस स्टेशन पर प्लेटफार्म को जोड़ने के लिए वर्षाे पहले बनाया गया ओवरब्रिज यात्रियों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। प्लेटफार्म पर आये दिन यात्रियों की भीड़ को इसी ब्रिज से आना-जाता होता है। हजारो यात्रियों की भीड़ के हिसाब से यह ब्रिज काफी संकीर्ण पड़ रहा है। यहां से गुजरने वाले यात्रियों को प्रायः जान हथेली पर लेकर आना-जाना पड़ता है। यदि कभी गलती से भी यहां भगदड़ हुई तो एक भयावह हादसा हो सकता है। दियारे इलाके से लेकर रोहतास के सीमा तक यात्री कलकत्ता, दिल्ली सहित दूर-दराज केशहरों की यात्रा करते है। ऐसी स्थिति में यात्रियों की परेशानी ब्रिज पर चढ़ते ही बढ़ जाती है। भीड़भाड़ के कारण ट्रेन पकड़ने वाले यात्री ओवरब्रिज का प्रयोग नहीं कर आसान रास्ता अपनाते हुए रेलवे ट्रैक पार करते है। ऐसे लोगों की लापरवाही हादसे को दावत देती है। यात्रियों का कहना है कि संकीर्ण ओवरब्रिज पर चढ़ने-उतरने से ट्रेन छूटने के भय बना रहता है। हालांकि रेल यात्रियों से रेल लाइन पार नही करने का रेल प्रशासन अपील करता है लेकिन फिर भी
यात्री नियमों की अनदेखी करते है तथा जान-माल की परवाह किये बगैर रेलवे ट्रैक पर बैठकर ट्रेन आने की इंतजार भी करते है। यात्री दिवाकर राम, कमलेश कुमार, राधिका, बेबी और मनीषा आदि ने बताया कि भारी-भरकंप अगर समान हो तो ओवरब्रिज से पार करना मुश्किल हो जाता है। ऐसी स्थिति में कभी-कभार रेलवे ट्रैक पार करना ही सही लगता है। रेल पुलिस ने बताया कि भीड़ का फायदा उठाकर चोर-उचक्के यात्रियों के सामान, मोबाइल आदि चोरी करने के फिराक में रहते है, जिस पर पुलिस कड़ी नजर रखती है। लग्न को लेकर ट्रेनों में भीड़ बढ़ी है। इस दौरान रेल पुलिस यात्रियों से अपने सामान की निगरानी करने और नशाखुरानी गिरोह से बचने की अपील किया है।