बोर्ड की बैठक में पारित प्रस्ताव के बाद भी नहीं बना शहर की मंडी में यूरिनल

बोर्ड की बैठक में पारित प्रस्ताव के बाद भी नहीं बना शहर की मंडी में यूरिनल

केटी न्यूज/डुमरांव 

शहरी सरकार ने एक वर्ष पूरा कर लिया। लेकिन, शहरवासियों से किये गये वादे की अमलीजामा पहनाने में पिछड़ गयी। जिसमें गोला बाजार मंडी में महिलाओं की सुविधा को लेकर नगर परिषद ने मंडियों में यूरिनल बनाने का वादा किया था। इसके लिए पार्षदों की सहमति से बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव भी पारित हुआ लेकिन समय गुजरने के बाद भी नप प्रशासन ने इसे धरातल पर लाने की सुध नहीं ली।

इस मंडी में शहर सहित दूर-दराज के ग्रामीण महिलाएं भी खरीदारी करने आती है लेकिन मुसीबत तब आती है जब बाजारों में टॉयलेट व यूरिनल नही दिखता। ऐसी हालत में खरीदारी करने आयी महिलाएं काफी गुस्से में दिखती है। शाहाबाद का पुराना मंडी होने के बाद भी नगर परिषद प्रशासन द्वारा बाजारों में एक भी टॉयलेट व यूरिनल की सुविधा नही दी है

जबकि नप दुकानों से व्यवसायी टैक्स की वसूली करती है। पुरुष तो बेचारे जहां-तहां इसके लिए जगह खोज लेते है लेकिन फंस जाती है तो महिलाएं। ऐसी हालत में उन्हें सुनसान गलियों और गंदगी भरे जगहों का सहारा लेना पड़ता है। मुख्य मंडी में कई हाई-फाई दुकानें भी खुली है लेकिन उसमें भी कही टॉयलेट नही दिखता। इस परेशानी को झेलती महिलाएं भिन्न-भिन्नाने लगती है

और नगर परिषद को कोसती है। मार्केट में आने वाली महिलाओं को लेकर भी नप संवेदनशील नही है। इस मार्केट में भी महिलाओं के प्रति घोर लापरवाही देखने को मिलती है। शहर में दर्ज़नो मार्केट खुले है लेकिन किसी मे भी टॉयलेट की सुविधा नही है। दो-तीन मार्केटों में सुविधा है भी तो आम ग्राहकों को जाने से दुकानदार रोकते है।