गुरु पूर्णिमा पर राधेकीर्तन मंदिर में जुटेंगे भक्त, तैयारी शुरू
केटी न्यूज/डुमरांव
आगामी 21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व मनाया जायेगा। यह दिन उन सभी आध्यात्मिक और अकादमिक गुरुजनों को समर्पित परंपरा है, जिन्होंने कर्म योग आधारित व्यक्तित्व विकास और प्रबुद्ध करने का कार्य किया हो। पुराणों एवं शास्त्रों में गुरु पूर्णिमा का काफी महत्व बताया गया है। इस दिन शिष्य अपने गुरु का दर्शन-वंदन करते हैं। कोरानसराय के सुप्रसिद्ध श्री राधेकीर्तन ब्रम्ह बाबा मंदिर में इस पर्व को लेकर विशेष तैयारी शुरू कर दी गयी हैं।
उस दौरान अखंड हरिकीर्तन के साथ श्री राधेकीर्तन ब्रम्ह बाबा का रुद्राभिषेक भी कराया जायेगा। पूर्णाहुति के बाद भक्त बाबा का दर्शन कर परंपरागत तरीके से आशीर्वाद लेंगे और प्रसाद ग्रहण करेंगे। इस पर्व को लेकर आयोजन समिति के सदस्यों ने शनिवार को एक बैठक आयोजित की। इस दौरान मंदिर के महंत पंडित दीपक तिवारी जी महाराज ने बताया कि बाबा के शिष्य गुरु के चरण वंदन कर गुरु के प्रति सम्मान-समर्पण की भावना व्यक्त कर पूजा-अर्चना करेंगे। इसकी तैयारी शुरू हो गयी है।
उन्होंने बताया कि गुरु पूर्णिमा, गुरु के प्रति अटूट श्रद्धा, गुरु पूजा और कृतज्ञता का दिन है। गुरु पूर्णिमा गुरु से दीक्षा लेने, साधना को मजबूत करने और अपने भीतर गुरु को अनुभव करने का दिन है। गुरु को याद करने से हमारे विकार वैसे ही दूर होते हैं जैसे प्रकाश के होने पर अंधेरा दूर हो जाता है।
चित्त में पड़े अंधकार को मिटाने वाला कोई और नहीं, बल्कि गुरु ही होते हैं। गुरु ही हैं जो जीना सिखाते हैं और मुक्ति की राह दिखाते हैं। मौके पर आचार्य आदित्य तिवारी जी महाराज, धनुजी महाराज, पिंटू राय सहित अन्य मौजूद थे।