बाबू राजमोहन सिंह मेमोरियल फुटबॉल प्रतियोगिता का विजेता बना धरौली, फाईनल में बारे को 3-1 से किया पराजित

बाबू राजमोहन सिंह मेमोरियल फुटबॉल प्रतियोगिता का विजेता बना धरौली, फाईनल में बारे को 3-1 से किया पराजित

बाबू राजमोहन सिंह मेमोरियल फुटबॉल प्रतियोगिता का विजेता बना धरौली, फाईनल में बारे को 3-1 से किया पराजित

- धरौली के हनुमंत कुटीर धाम स्थित खेल मैदान में आयोजित हुआ था प्रतियोगिता, बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे भाजपा एमएलसी

केटी न्यूज/डुमरांव

अनुमंडल के धरौली गांव स्थित हनुमंत कुटीर धाम खेल मैदान पर बाबू राजमोहन सिंह मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट के बैनर तले मंगलवार को धरौली बिहार बनाम बारे यूपी के टीमों के बीच फुटबॉल टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला खेला गया। जिसमें धरौली की टीम ने यूपी की बारे की टीम को 3-1 से हराकर विजेता कप पर अपना कब्जा जमाया। विजेता धरौली की टीम को 2 लाख 21 हजार रुपये का चेक व उप विजेता बारे की टीम को एक लाख 21 हजार रुपये का चेक

आयोजनकर्ताओं द्वारा दिया गया। इसके पूर्व फाईनल मैच का उद्घाटन भाजपा एमएलसी जीवन कुमार, सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता मनोज कुमार सिंह तथा बक्सर जिला फुटबॉल संघ के अध्यक्ष सह चर्चित शिक्षाविद डा. रमेश सिंह व अन्य गणमान्य लोगों ने संयुक्त रूप से किया तथा दोनों टीमों के खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर मैच को औपचारिक रूप से शुरू कराया। मैच के दौरान दर्शकों ने खिलाड़ियों का खूब उत्साह बढ़ाया।

फाइनल मैच को लेकर सुबह से ही ग्रामीणों व खिलाड़ियों के बीच काफी उत्साह बना था। जैसे ही खेल शुरू हुआ दर्शक शोरगुल और तालियों की गड़गड़ाहट से खिलाड़ियों की हौसलाअफजाई करते रहे। मौके पर दर्जनों गणमान्य मौजूद थे।

शुरू से ही कायम था मेजबान टीम का दबदबा

फाईनल मुकाबले के दौरान मैदान में हजारों दर्शकों की भीड़ जुटी थी। दर्शक करतल ध्वनियों से स्थानीय खिलाड़ियों का हौसला अफजाई कर रहे थे। इस दौरान मेजबान टीम के खिलाड़ियों ने भी दर्शकों के उत्साह को कम नहीं होने दिया। हालांकि हॉफ टाईम तक मैच बराबरी का था

तथा दोनों ही टीमें एक-एक गोल दाग चुकी थी। लेकिन मध्याह्न के बाद धरौली के खिलाड़ियों के आपसी तालमेल व चुस्ती के आगे मेहमानों की एक न चली और निर्धारित समय तक स्कोर 3-1 हो गया था। 

फुटबॉल व कुश्ती से होती थी गांवों की पहचान - जीवन कुमार

मुख्य अतिथि जीवन कुमार ने कहा कि फुटबॉल व कुश्ती सदियों से भारत के गांवों के प्रसिद्ध खेल रहे है तथा पहले गांवों की पहचान फुटबॉल व कुश्ती से ही होती थी। उन्होंने इस आयोजन के लिए आयोजकों को साधुवाद दिया तथा कहा कि खेल के विकास के लिए वे सदैव तत्परह रहते है। 

जिले के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर उभारना है लक्ष्य - डॉ. रमेश सिंह

वही अपने संबोधन में शिक्षाविद् सह बक्सर जिला फुटबॉल संघ के अध्यक्ष डॉ. रमेश सिंह ने कहा कि उनका लक्ष्य जिले के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर तक पहचान दिलाना है। इसके लिए गांव गांव में फुटबॉल की सघन प्रतियोगिताएं करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि बक्सर के खिलाड़ियों में फुटबॉल की प्रतिभाएं कूट कूट कर भरी है। जरूरत है उसे तराशने व सही मंच मुहैया कराने की। डॉ. सिंह ने कहा कि जिला फुटबॉल संघ युवा खिलाड़ियों को बेहतर मंच उपलब्ध करा है। जल्दी ही इसका परिणाम भी सामने आएगा।