खुलासा: पांच करोड़ के आभूषण लूटकांड का मास्टरमाइंड निकला दो लाख का ईनामी, लाईनर की भूमिका में कोर्ट का मुंशी
सात मई 2025 को हुए बैंक ऑफ महाराष्ट्र से 5 करोड़ रुपए की ज्वेलरी और 15 लाख रुपए कैश लूटकांड का खुलासा कर दिया है। शनिवार को समस्तीपुर सदर एएसपी सह एसडीपीओ संजय कुमार पाण्डेय ने लूटकांड का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि बताया कि यह सफलता समस्तीपुर पुलिस और एसटीएफ के संयुक्त ऑपरेशन में मिली है।

केटी न्यूज/पटना
सात मई 2025 को हुए बैंक ऑफ महाराष्ट्र से 5 करोड़ रुपए की ज्वेलरी और 15 लाख रुपए कैश लूटकांड का खुलासा कर दिया है। शनिवार को समस्तीपुर सदर एएसपी सह एसडीपीओ संजय कुमार पाण्डेय ने लूटकांड का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि बताया कि यह सफलता समस्तीपुर पुलिस और एसटीएफ के संयुक्त ऑपरेशन में मिली है। इस लूटकांड का मास्टमाइंड़ दो लाख रुपए का इनामी अपराधी कर्मवीर था। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने मास्टरमाइंड कर्मवीर समेत चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास लूटे गए एक करोड़ रुपए का सोना भी बरामद कर लिया है। एएसपी संजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि घटना के बाद से लगातार पुलिस वैशाली समेत अन्य शहरों में छापेमारी कर रही थी। उसी दौरान गुप्त सूचना के आधार पर अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर मास्टरमाइंड कर्मवीर समेत लूटकांड में शामिल लोगों को गिरफ्तार किया।
संजय पांडेय ने कहा कि सभी आरोपी समस्तीपुर के दलसिंहसराय में एक अन्य ज्वेलरी शॉप में लूट की वारदात को अंजाम देने वाले थे। लेकिन उससे पहले गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास बदमाशों के पास से तीन देशी पिस्टल के अलावा चार गोली,लूटकांड के दौरान इस्तेमाल की गई पल्सर बाइक बरामद की गई है। इसके अलावा आरोपियों के पास से एक हुंडई कार, 19,200 रुपए कैश और 958.28 ग्राम सोना बरामद किया गया है।
एएसपी संजय कुमार पाण्डेय ने कहा कि दीपक कुमार उर्फ दीपक मुंशी इस लूट कांड में शामिल है। दीपक पहले समस्तीपुर कोर्ट में मुंशी का काम करता था। लेकिन बाद के दिनों में वैशाली और समस्तीपुर जिला में कई लूट कांड में इसका नाम प्रकाश में आया है। उसने इसके पहले दलसिंहसराय में भी एक ज्वेलरी शॉप से लूट में दीपक ने लोकल लाइनर की भूमिका निभाई थी। काफी समय से दीपक कुमार लूटकांड में लोकल लाइनर की भूमिका निभा रहा था। वो शहर के काशीपुर मोहल्ला में ही किराए का मकान लेकर रहता था। दीपक ने ही लूटकांड से पहले बैंक ऑफ महाराष्ट्र में रेकी कर मास्टरमाइंड को बताया था कि बैंक में कब गार्ड होता है, कब भीड़ कम होती है। लूट के बाद ज्वेलरी को गलाने के लिए सोनार को दे दिया था।