बाढ़ पूर्व तैयारी में जुटा जिला प्रशासन, नैनीजोर पहुंच डीएम ने बिहार घाट व कोईलवर तटबंध का लिया जायजा
- मातहतों को बरसात पूर्व तटबंध मरम्मत का दिया निर्देश
केटी न्यूज/ब्रह्मपुर
बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन सख्त हो गया है। इसी कड़ी में गुरूवार को डीएम अंशुल अग्रवाल ब्रह्मपुर प्रखंड के नैनीजोर पहुंचे। वे बिहार घाट तथा कोईलवर तटबंध का निरीक्षण किए। वही गंगा नदी में हो रहे कटाव का भी डीएम ने निरीक्षण किया है। इस दौरान उन्होंने अपने मातहतों को संबंधित बाढ़ पूर्व कटाव का उपाय करने तथा कोईलवर तटबंध में जिस जगह मिट्टी का कटाव हुआ है या फिर तटबंध कमजोर हुआ है उसके मरम्मता का निर्देश दिया है। निरीक्षण के दौरान डीएम ने मौके पर उपस्थित मुखिया एवं मुखिया प्रतिनिधि से बात चीत और पूछताछ कर बाढ़ से प्रभावित समस्याओं की वस्तु स्थिति की जानकारी ली। वही मौके पर उपस्थित पूर्व बीडीसी और अन्य लोगों ने दियारा क्षेत्र में भूमि विवाद से लेकर गंगा नदी से सफेद बालू की तस्करी, नैनीजोर की जर्जर सड़कों सहित अन्य समस्याओं से अवगत कराया तथा निजात दिलाने की गुहार लगाई। डीएम ने तत्काल बीडीओ तथा अन्य अधिकारियों को पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर समस्या का जड़ से समाधान का निर्देश दिया।
ढाबी के पास तेजी से हो रहा है कटाव
बताया जाता है कि नैनीजोर से पूरब स्थित ढाबी गांव के पास गंगा नदी में कटाव तेज हो गया है। दियारावासियों की मानें तो इस बार गंगा का कटाव बिहार की तरफ ही हो रहा है। डीएम ने ढाबी के पास भयंकर कटाव की जानकारी से अवगत हो मौके पर उपस्थित बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल बक्सर कार्यपालक अभियंता रज्जी हैदर को निर्देश देते हुए वस्तु स्थिति को देखते हुए आवश्यक कार्रवाई करने को कहा तथा बाढ़ से संबंधित समस्याओं के लिए उत्तरी नैनीजोर तथा दक्षिणी नैनीजोर पंचायत के मुखिया सहित अन्य लोगों के साथ बैठक कर प्राप्त समस्याओं की वस्तु स्थिति अवगत हो निदान हेतु आवश्यक कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया। वही गंगा नदी बिहार घाट पर निरीक्षण दौरान दक्षिणी नैनीजोर पंचायत के मुखिया गौरीशंकर तिवारी, उत्तरी नैनीजोर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि विरेन्द्र यादव, पूर्व बीडीसी प्रदीप कुमार तथा विष्णु दयाल यादव द्वारा गंगा नदी के उस पार से अपनी आवश्यक कार्य के लिए सफेद बालू लाने पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने तथा दियारा क्षेत्र में पूर्व से चल रहे भूमि विवाद की समस्याओं को निदान हेतु आवश्यक कार्यवाही करने की मांग की गई। डीएम द्वारा बिहार घाट के गंगा नदी में मुंडन संस्कार के समय की विधि व्यवस्था की जानकारी ली। उत्तरी नैनीजोर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि ने बताया कि मुंडन संस्कार में हजारों की संख्या में भीड़ इकट्ठा होती है। गंगा नदी घाट पर गर्मी और कड़ाके की धूप में मुंडन संस्कार किया जाता है। इस दौरान न तों यहां पानी पीने के लिए चापाकल लगाया गया है और न ही धूप से बचाव के उपाय किए गए हैं। घाटों पर मुंडन संस्कार में अप्रिय घटनाओं से बिच बचाव के कोई समुचित व्यवस्था तक नहीं रहती मौके डीडीसी महेंद्र प्रसाद, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल बक्सर के कार्यपालक अभियंता रज्जी हैदर, कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा रोहित कुमार, सहायक अभियंता प्रदीप कुमार, कनीय अभियंता अखिलेश मिश्र, आरईओ पदाधिकारी रोहित कुमार अग्रवाल सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।