दहेज के लालच में पहली पत्नी के रहते फर्जी दारोगा बन दूसरी शादी रचाने वाला गिरफ्तार
पत्नी व बच्चा के रहते दहेज में मोटी रकम के लालच में एक युवक ने फर्जी दारोगा बन दूसरी शादी रचा ली। उसने शादी के लिए लड़की वालों से 40 लाख रूपए बतौर दहेज भी लिया।
- डीआईजी के निर्देश पर मुफस्सिल थाने में दर्ज हुआ था एफआईआर,
- फर्जीवाड़ा की जानकारी मिलने पर दूसरी पत्नी ने बेगूसराय कोर्ट में दर्ज कराई थी मामला
केटी न्यूज/बक्सर
पत्नी व बच्चा के रहते दहेज में मोटी रकम के लालच में एक युवक ने फर्जी दारोगा बन दूसरी शादी रचा ली। उसने शादी के लिए लड़की वालों से 40 लाख रूपए बतौर दहेज भी लिया। लड़की वालों को झांसा में लेने के लिए उसने शादी से पूर्व बिहार पुलिस का दरोगा की वर्दी पहने फोटो व शाहाबाद रेंज के डीआईजी का एक फर्जी पत्र के अलावा अवर सेवा चयन पर्षद द्वारा जारी सफल उम्मीदवारों की फर्जी लिस्ट भी दिखाया था।
लेकिन, इसकी जानकारी होने के बाद शाहाबाद रेंज के डीआईजी के निर्देश पर उसके खिलाफ मुफस्सिल थाने में एफआईआर दर्ज कराया गया। इसके बाद मुफस्सिल पुलिस द्वारा पटना के दानापुर से उसे गिरफ्तार जेल भेज दिया गया मामला इसी वर्ष के जनवरी माह का है। जहा मुफस्सिल थाना के कमरपुर गांव निवासी इंद्रदेव राय का पुत्र अमित कुमार राय पहली पत्नी के रहते रुपयों के लालच में फर्जी दरोगा बन बेगूसराय के तेघड़ा की रहने
वाली मौसमी राज से बकायदा हिंदू रीति-रिवाज के साथ शादी कर ली। इस शादी में 40 लाख रुपये दहेज के रूप में ली थी। शादी से पूर्व वह अपने को बिहार पुलिस का दारोगा बताया था। लेकिन, शादी कुछ दिनों बाद ही उसके हरकतों पर मौसमी को शक हुआ। इसके बाद उसने अपने परिजनों के सहयोग से शादी के पहले अमित द्वारा दी गई फोटो व अन्य कागजातों को सत्यापन के लिए शाहाबाद रेंज के डीआईजी कोे भेजा गया।
जहा उक्त पत्र का सत्यापन डीआईजी कार्यालय से कराते ही फर्जीवाड़ा सामने आ गया। मामला संज्ञान में आते ही डीआईजी ने फर्जी दरोगा अमित के खिलाफ मुफस्सिल बक्सर को प्रतिवेदन भेज पुलिस को केस दर्ज करने का आदेश दिया। पुलिस केस दर्ज कर तब से उसकी तलाश कर रही थी। आठ माह बाद पुलिस को सूचना मिली कि उक्त फर्जी दरोगा दानापुर में रह रहा है। सूचना पर पुलिस पहुंच उसको गिरफ्तार कर मुफस्सिल थाने लायी।
पहले से शादी शुदा था अमित
कमरपुर के अमित कुमार राय फर्जीवाड़ा के तहत बिहार पुलिस का दरोगा बना पहली पत्नी व बच्चों के रहते दूसरी शादी रचा ली। लड़की पक्ष ने पत्र के सत्यापन के लिए जब डीआईजी को पत्र की प्रतिलिपि भेजी, तब डीआईजी के फर्जी हस्ताक्षर का खुलासा हुआ। जांच में पत्र फर्जी पाने के साथ ही अवर सेवा चयन पर्षद की लिस्ट भी फर्जी पाई गई।
इसके साथ ही पता चला कि आरोपित अमित कुमार पूर्व में शादीशुदा है। उसकी पहली शादी नैनीजोर में हुई थी, जिससे एक बच्चा भी है। इसके बाद दूसरी पत्नी तथा उसके मायके वालों के पैरों तले की जमीन खिसक गई है। हालांकि, फर्जी दारोगा के पुलिस गिरफ्त मंे आने के बाद उसकी मुश्किलें बढ़ गई है।