डुमरांव के जलपुत्र अजय राय को मिला राष्ट्रीय प्रतिष्ठा व यूथ आइकॉन पुरस्कार

डुमरांव के जलपुत्र अजय राय को मिला राष्ट्रीय प्रतिष्ठा व यूथ आइकॉन पुरस्कार

- जल संरक्षण के लिए वर्षों से चला रहे हैं अभियान, प्रेरित हो रहे आम लोग

- टोटी लगा खुले नलकों से बर्बाद हो रहे कीमती पेयजल को बचाते आ रहे है अजय

केटी न्यूज/डुमरांव 

स्थानीय नगर के युवा सामाजिक कार्यकर्ता और जल पुत्र के नाम से चर्चित अजय राय ने जल संरक्षण के क्षेत्र में बेहतर कार्य के बदौलत राष्ट्रीय प्रतिष्ठा सम्मान- 2023 प्राप्त कर डुमरांव के नाम को गौरवान्वित किया है। यह पुरस्कार वर्दी वेलनेस फाउंडेशन लखनऊ में आयोजित सम्मान समारोह के दौरान प्राप्त हुआ। जबकि युवा मामले एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा यूथ आईकॉन अवार्ड 2023 से सम्मानित किया गया। इसके पहले युवा अजय को बक्सर डीएम सहित कई अधिकारियों के द्वारा जल संरक्षण जैसे बेहतर कार्य के लिए सम्मानित किया जा चुका है।

इसको लेकर अजय के साथ कार्य करने वाले अन्य युवाओं का हौसला अफजाई हुआ है। जिला प्रशासन के द्वारा जल जीवन हरियाली कार्यक्रम के अंतर्गत जल संरक्षण के अनूठी पहल की सराहना की गई है। सनद रहे कि युवा अजय राय विगत पांच-छह वर्षों से जल संरक्षण अभियान चलाते आ रहे हैं। वे शहर के किसी भी कोने में पेयजल की बर्बादी की जानकारी मिलते ही उसे बचाने के लिए निकल पड़ते हैं। वे अब तक हजारों की संख्या में नलके में टोटी लगा चुके हैं। उनके इस अभियान के प्रति आत्म समर्पण को देखते शहरवासी उन्हें जलपुत्र के नाम से संबोधित करते हैं। अजय जल की बर्बादी न हो इसको लेकर काफी गम्भीर रहते हैं। कभी-कभार वाहन के अभाव मे लंबी दूरी तय कर पैदल ही नलके में टोटी लगाने के लिए चल पड़ते हैं। यही नहीं जल संरक्षण के लिहाज से स्थानीय नगर के

साथ-साथ आस-पास के गांवों में संदेशात्मक नारों के माध्यम से लोगों को जल बर्बादी न करने के लिए प्रेरित करने के साथ ही शपथ भी दिलाते हैं। विभिन्न सरकारी तथा गैर सरकारी विद्यालयों और कोचिंग संस्थानों के छात्र-छात्राओं को जल संरक्षण के लिए प्रेरित करने पहुंच जाते हैं। विशेष रूप से डुमरांव शहर में इनके द्वारा चलाएं जा रहे इस अभियान का सकारात्मक परिणाम भी सामने आया और वरीय अधिकारियों के निर्देश पर स्थानीय नगर के चौक रोड में संगमरमर के शिलापट्ट पर जल पुत्र अजय जैसे शब्द लिखकर सम्मान दिया गया। इन्होंने इसे अपनी बेहतर उपलब्धि मानते हुए भविष्य में जल संरक्षण के प्रति लोगों को संवेदित करने का संकल्प दोहराया।