ब्रह्मपुर में भारी विरोध के बीच डीएम के निर्देश पर हटाया गया अतिक्रमण, हिरासत में तीन
- ब्रह्मपुर चौरास्ता पर लंबे समय से सरकारी जमीन का किया गया था अतिक्रमण, भेदभाव का आरोप लगा रहे थे लोग
केटी न्यूज/ब्रह्मपुर
डीएम अंशुल अग्रवाल के निर्देश पर गुरूवार को अंचल प्रशासन की टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ मिल ब्रह्मपुर चौरास्ता के आस पास की सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाया। इस दौरान प्रशासनिक टीम को स्थानीय लोगों के विरोध का सामना भी करना पड़ा तथा पुलिस ने प्रशासनिक कार्रवाई का विरोध करने वाले तीन लोगों को हिरासत में भी लिया था।
वही, जानकारों की मानें तो अतिक्रमण हटाने गई प्रशासनिक टीम भी आपस में उलझी थी। लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी। पुलिस टीम के सहयोग से जेसीबी के सहारे चौरास्ता के आस पास की सरकारी जमीन पर किए गए अतिक्रमण को प्रशासनिक टीम ने तोड़ उक्त स्थल को अतिक्रमणमुक्त कराया। यह कार्रवाई ब्रह्मपुर सीओ खुशबू खातून के नेतृत्व में की गई। इस दौरान ब्रह्मपुर थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद सिंह के साथ बड़ी संख्या में पुलिस टीम भी मौजूद थी।
लोगों ने प्रशासनिक टीम पर अतिक्रमण हटाने के नाम पर भेदभाव के आरोप भी लगाए। लेकिन, सीओ ने किसी की एक न सुनी। लोगों का कहना था कि पूर्व में प्रशासनिक टीम सिर्फ मापी कर चली गई थी। पहले से नोटिस नहीं दिया गया था। मिली जानकारी के अनुसार दोपहर 12 बजे से अतिक्रमण हटाने का काम शुरू हुआ जो शाम तक चलता रहा।
सीओ खुशबु खातून ने बताया कि सरकारी जमीन पर सड़क के किनारे अतिक्रमण करने वाले को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। मालूम हो कि ब्रह्मपुर से रघुनाथपुर सड़क मार्ग में सरकारी अस्पताल, प्रखंड मुख्यालय एवं थाना सहित कई स्कूल एवं कॉलेज है तथा सड़क के किनारे सब्जी बेचने वालों द्वारा सड़क किनारे का अतिक्रमण कर लिया गया है। इसके अलावे सड़क पर ही लोग अपना गाड़ी लगाते है।
जिससे जाने आने में प्रतिदिन लोगों को अतिक्रमण के कारण भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। इसके निजात के लिए प्रशासन ने गुरुवार को शक्ति का इस्तेमाल करते हुए बुलडोजर से अतिक्रमण किए हुए जमीन को खाली करवाया। बुलडोजर और प्रशासन को देखते ही अतिक्रमणकारी अपना अपना सामान समेटने लगे और सड़क मार्ग को खाली कर दिया। वहीं दूसरी तरफ कई लोग इस कार्रवाई का विरोध भी कर रहे थे। अतिक्रमण हटाने के क्रम में तू-तू, मैं-मैं भी हुआ लेकिन थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद सिंह द्वारा लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया करा अतिक्रमण हटाया गया।
स्थानीय दुकानदार जय प्रकाश वर्मा, गणेश गुप्ता तथा मुन्ना गुप्ता की मानें तो प्रशासनिक टीम ने अतिक्रमण हटाने की पूर्व में सूचना नहीं दी थी। बल्कि सिर्फ मापी की गई थी। दुकानदारों ने बताया कि मात्र एक या डेढ़ फीट के लिए पूरा शेड ही उखाड़ दियागया। वहीं सरकारी काम में बाधा डालने के खिलाफ पुलिस ने तीन लोगों को अपने हिरासत में ले लिया था।
जिलाधिकारी ने दिया था निर्देश
बता दें कि पिछले दिनों रांची हाई कोर्ट के जज के साथ ब्रह्मपुर शिव मंदिर में चल रहे सौदर्यीकरण कार्य का निरीक्षण करने डीएम अंशुल अग्रवाल गए थे। इस दौरान जिला परिषद की अध्यक्ष तथा उनके प्र्रतिनिधि परमा यादव ने डीएम का ध्यान अतिक्रमण की तरफ आकृष्ट कराया गया था। जिसके बाद डीएम ने सीओ को अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था। डीएम के निर्देश के बाद सीओ ने पहले अतिक्रमित भूमि को चिन्हित किया था तथा गुरूवार को पूरे लाव लश्कर के साथ पहुंच अतिक्रमण हटाया गया।
चर्चा में रहा विवाद
अतिक्रमण हटाने के दौरान प्रशासनिक टीम को कई बार लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। लोग एक तरफ इस कार्रवाई का विरोध कर रहे थे तो दूसरी तरफ प्रशासन से अपनी गुहार भी लगा रहे थे। जानकारों की मानें तो इस दौरान लोगों की बात सुनने के मुद्दंे पर प्रशासनिक टीम भी आपस में उलझ गई। हालांकि इस मामले की पुष्टि नहीं हो सकी। लेकिन ब्रह्मपुर में पुरे दिन इस बात की चर्चा होते रही। प्रत्यक्षदर्शियों नेएक अधिकारी के कार्यशैली को भी असंवैधानिक करार दिया।