बर्खास्त शिक्षकों व लिपिक के नियम विरूद्ध वेतन भुगतान में फंसे स्थापना डीपीओ
- मामला संज्ञान में आते ही डीएम ने जांच के लिए गठित की कमिटि
केटी न्यूज/बक्सर : स्थापना डीपीओ मोहम्मद शारीक अशरफ द्वारा श्रीत्रिदंडी देव आवासीय संस्कृत उच्च विद्यालय के बर्खास्त किए गए दो षिक्षकों तथा एक लिपिक के वेतन का भुगतान नियम विरूद्ध कर दिया है। इसकी जानकारी मिलते ही डीएम ने इस मामले की जांच के लिए एक जांच कमिटि गठित कर दी है। जांच टीम को सात दिनों मंे अपना रिपोर्ट सौंपना है। कमिटि गठित होते ही स्थापना डीपीओ की मुश्किलें बढ़ गई है। कमिटि डीडीसी डा महेन्द्र पाल व डीईओ के नेतृत्व में गठित की गई है। मिली जानकारी के अनुसार अराजकीय श्रीत्रिदंडी देव आवासीय संस्कृत उच्च विद्यालय चरित्रवन बक्सर के बर्खास्त सहायक शिक्षक रविशंकर पाण्डेय, अशोक कुमार मिश्र एवं लिपिक मुकेश राय को जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना बक्सर के द्वारा नियम विरूद्ध वेतन भुगतान किया गया है। जिसको ले विद्यालय के सचिव स्वामी राजगोपालाचार्य द्वारा एक परिवाद पत्र दिया गया है। जिसमें कहा गया है कि संस्कृत विद्यालय के बर्खास्त शिक्षकों एवं लिपिक को डीपीओ स्थापना द्धारा नियम विरूद्ध वेतन भुगतान किया गया है। मामला डीएम के संज्ञान में आने के बाद डीडीसी एवं डीईओ को संयुक्त रूप से परिवाद पत्र में वर्णित तथ्यों के आलोक में सात दिनों के अन्दर संयुक्त जांच करते हुए प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया है। शिक्षा सूत्रों की मानें तो नियम विरूद्ध वेतन भुगतान के मामले में डीपीओ स्थापना की मुश्किलें बढ़ सकती है। दोष सिद्ध होने पर उन पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है।
बोर्ड बर्खास्तगी निरस्त होने पर किया गया है भुगतान :
इस संबंध में स्थापना डीपीओ मो शारीक असरफ ने बताया कि विद्यालय की कमिटि द्वारा दोनों शिक्षकों तथा लिपिक को बर्खास्त जरूर किया गया था। लेकिन बाद में संस्कृत शिक्षा बोर्ड ने इनकी सेवा को पुनर्बहाल कर दिया है। जिसके बाद वेतन भुगतान किया गया है।