सिमरी के रामोपट्टी में 30 किसानों को फूलों के पौधे वितरित

सिमरी प्रखंड अंतर्गत रामोपट्टी गांव में शुक्रवार को फूल उत्पादक किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की गई। सी.एस.आई.आर फ्लोरीकल्चर मिशन लखनऊ परियोजना के अंतर्गत गांव के 30 किसानों के बीच कोलकाता गेंदा, गुलाब और गुलदाउदी के पौधे वितरित किए गए। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को उन्नत किस्मों की खेती के लिए प्रोत्साहित कर उनकी आमदनी में वृद्धि करना है।

सिमरी के रामोपट्टी में 30 किसानों को फूलों के पौधे वितरित

केटी न्यूज/सिमरी

सिमरी प्रखंड अंतर्गत रामोपट्टी गांव में शुक्रवार को फूल उत्पादक किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की गई। सी.एस.आई.आर फ्लोरीकल्चर मिशन लखनऊ परियोजना के अंतर्गत गांव के 30 किसानों के बीच कोलकाता गेंदा, गुलाब और गुलदाउदी के पौधे वितरित किए गए। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को उन्नत किस्मों की खेती के लिए प्रोत्साहित कर उनकी आमदनी में वृद्धि करना है।

परियोजना से जुड़े संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. विक्रम सिंह तथा सहायक राम निहोद पटेल ने कार्यक्रम के दौरान बताया कि फूलों की खेती एक लाभकारी व्यवसाय के रूप में उभर रहा है। इस मिशन का लक्ष्य किसानों की आमदनी को दोगुना करना और फूलों की वैज्ञानिक खेती को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि किसानों को न सिर्फ नए पौधों की किस्में दी जा रही हैं, बल्कि उन्हें प्रशिक्षण देकर उत्पादन क्षमता बढ़ाने की तकनीक भी सिखाई जा रही है।

उन्होंने आगे बताया कि आने वाले समय में इस परियोजना के तहत किसानों को मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। फूलों की खेती के साथ मधुमक्खी पालन को जोड़ने से किसानों की आय में और बढ़ोतरी की संभावनाएं बढ़ेंगी। मधुमक्खियों की उपस्थिति से परागण बेहतर होता है, जिससे फूलों की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों में सुधार होता है।

पौधों के वितरण कार्यक्रम में पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि प्रमोद कुमार पांडे उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की वैज्ञानिक पहलें ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होती हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के किसान यदि आधुनिक तकनीक और उन्नत पौधों को अपनाएं तो कम जमीन में भी अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं।

कार्यक्रम स्थल पर लक्ष्मण माली, दयाशंकर माली, धर्मेंद्र माली, दिलीप माली, नैना देवी, शैल देवी, देवंती देवी, जोगिंदर माली सहित अन्य कई किसान मौजूद रहे। सभी किसानों ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि इससे उनकी किस्मत बदलने की नई संभावना जगी है।इस परियोजना से किसानों में उत्साह का माहौल है और उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले महीनों में रामोपट्टी गांव फूलों की खेती का प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगा।