फर्जीवाड़ा: सस्ता आभूषण दिलवाने का लालच दे ग्रामीणों का 40 लाख लेकर फरार हुआ व्यवसायी
- फरार आरोपी के घर पर बुलडोजर चलाएगी पुलिस, चस्पाया इस्तेहार
- गाढ़ी कमाई गंवाने से परेशान है ग्रामीण
केटी न्यूज/चौगाई
मुरार थाना क्षेत्र के चौगाई गांव का एक आभूषण व्यवसायी दर्जनों ग्रामीणों को झांसे में रख उनका करीब 40 लाख रूपया लेकर फरार हो गया है। पिछले दो साल से फरार व्यवसायी का कुछ पता नहीं चल सका है। सस्ते दर पर आभूषण के लालच में अपनी गाढ़ी कमाई गंवाने वाले ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। इधर जब उसका कुछ सुराग नहीं मिला तो पुलिस भी उसे भगोड़ा साबित कर उसके घर पर बुलडोजर चलाने की तैयारी में जुट गई है। स्थानीय पुलिस द्वारा उसके घर पर इश्तेहार चस्पा निर्धारित अवधि तक कोर्ट या पुलिस के सामने सरेंडर नहीं करने पर घर पर बुलडोजर चला ध्वस्त करने की चेतावनी दी है। मिली जानकारी के अुनसार दो साल पहले लॉक डाउन के दौरान चौगाई निवासी व आभूषण व्यवसायी राकेश सोनार पिता शत्रुघ्न्न सोनार ने चौगाई तथा आस पास के ग्रामीणों का लालच दिया था कि लॉक डाउन के दौरान कई लोग औने पौने दामों में अपने आभूषण बेच रहे है। उसने बड़ी चालाकी से दर्जनों लोगों से करीब 40 लाख रूपए आभूषण दिलाने के नाम पर ले लिए। इसके कुछ दिनों के बाद ही वह अपने परिवार तथा बच्चों के साथ घर से भाग गया।
सभी रिश्तेदारी में ग्रामीणों ने की खोजबीन
घर के बाहर कई दिनों तक ताला लटका देख जब उसे पैसे देने वाले ग्रामीणों का शक हुआ तब ग्रामीण पहले अपने स्तर से उसकी पड़ताल शुरू किए। इस दौरान उसके सभी रिश्तेदारी में ग्रामीणों द्वारा खोजबीन की गई। लेकिन उसका कही भी सुराग नहीं मिला। इसके बाद डंगरा डेरा निवासी सुशील यादव ने स्थानीय थाने में सस्ते दर पर आभूषण दिलवाने का झांसा दे 8 लाख रूपए लेकर फरार होने का मामला दर्ज करवाया। जिसके बाद पुलिस भी उसकी खोज में जुट गई। लेकिन पुलिस भी फरार आभूषण व्यवसायी का पता नहीं लगा सकी। तब स्थानीय पुलिस ने कोर्ट में उसकी संपति कुर्क करने के लिए आवेदन दिया। पुलिस की अर्जी पर कोर्ट द्वारा पहले उसके खिलाफ वारंट जारी किया गया था। लेकिन फरार होने की हालत में पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी और न ही उसने कोर्ट के समक्ष आत्मसमपर्ण किया। इसके बाद कोर्ट ने इश्तेहार जारी किया है।
पुलिस ने ग्रामीणों को भी इसकी तस्दीक की
गुरूवार को मुरार थानाध्यक्ष रविकांत प्रसाद के नेतृत्व में उसके घर इश्तेहार चस्पाया गया। इस दौरान पुलिस ने आस पास के ग्रामीणों को भी इसकी तस्दीक की और बताया कि निर्धारित अवधि के अंदर समपर्ण नहीं करने पर उसकी संपति कुर्क की जाएगी। वही ग्रामीणों की मानें तो गांव में उसका आलीशान मकान है। कई ग्रामीणों ने यह भी कहा कि भले ही पुलिस उसकेे मकान पर बुलडोर चला उसे ध्वस्त कर देगी लेकिन फरार होने की हालत में उनके पैसे वापस नहीं मिल सकते है। ग्रामीणों ने पुलिस से उसकी खोजबीन करने की गुहार लगाई है। बता दें कि सुशील यादव के साथ ही दर्जनों लोग उसके हाथों ठगी का शिकार हो चुके है।