स्वास्थ्य कर्मियों पर जानवरों की तरह हाथ-पैर बांध प्रसव कराने का आरोप
- परिजनों का आरोप : प्रसूता की मौत के बाद मारपीट कर अस्पताल से जबरन भगाया
- अस्पताल प्रशासन का इलाज में लापरवाही और मारपीट से इनकार
केटी न्यूज । आरा
जिलामुख्यालय स्थित सदर अस्पताल में प्रसव के दौरान मंगलवार की शाम प्रसूता की मौत का मामला तूल पकड़ने लगा है। अब यह मामला थाने तक पहुंच गया है। मृत महिला के परिजनों द्वारा नगर थाने में आवेदन दिया गया है। उसमें स्वास्थ्य कर्मियों पर कई गंभीर आरोप लगाये गये हैं। इधर, घटना सामने आने के बाद भाकपा माले विधायक मनोज मंजिल भी सदर अस्पताल पहुंचे और कड़ी नाराजगी जाहिर की। प्रसूता के परिजन धनजी कुमार की ओर से थाने में दिये गये आवेदन में स्वास्थ्य कर्मियों पर जानवर की तरह प्रसूता का हाथ-पैर बांध कर अप्राकृतिक तरीके से प्रसव कराने का आरोप लगाया गया है। साथ ही प्रसूता की मौत के बाद मारपीट करने और एंबुलेंस पर जबरन शव लाद कर अस्पताल से भगाने का भी आरोप लगाया गया है। आवेदन में कहा गया है कि मरीज गुड़िया देवी को मंगलवार की सुबह 11 बजे अस्पताल लाया गया था। तब डाक्टर द्वारा नॉर्मल डिलेवरी कराये जाने की बात कही गयी। उसके बाद मरीज को लेबर रूम ले जाया गया और जानवर की तरह हाथ-पैर बांध प्रसव कराने का प्रयास किया जाने लगा। उस कारण मरीज की हालत बिगड़ गयी और दर्द से छटपटाने लगी। ब्लीडिंग भी होने लगी। तब कपड़ा डाल कर ब्लीडिंग को रोकने का प्रयास किया गया। वहीं मरीज की स्थिति काफी बिगड़ गयी, तो नर्स सहित सभी स्वास्थ्य कर्मी भाग गये। इससे मरीज की जान चली गयी। उसके बाद कर्मचारियों द्वारा एंबुलेंस पर जबरन शव लाद मारपीट कर भगा दिया गया।अस्पताल प्रशासन द्वारा इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही और मारपीट से इनकार किया गया है। इधर, नगर थाना पुलिस की ओर से भी बुधवार की शाम तक इस मामले आवेदन नहीं मिलने की बात कही गयी थी। बताते चलें कि मंगलवार की शाम सदर अस्पताल में प्रसव के दौरान रस्सी बगान निवासी महिला गुड़िया देवी की मौत हो गयी थी। उसके बच्चे की भी गर्भ में ही मौत हो गयी थी।
विधायक बोले: मौत नहीं, लोगों के जीवन देने का केंद्र बनेगा अस्पताल
इधर, प्रसव के दौरान प्रसूता के मौत के बाद अगिआंव के माले विधायक मनोज मंजिल बुधवार को सदर अस्पताल पहुंचे। उन्होंने सिविल सर्जन सहित अस्पताल के अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की और घटना की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जनता अस्पताल को भाजपा मॉडल पर नहीं चलने देगी।अस्पताल लोगों के जीवन देने का केंद्र बनेगा मरने का नहीं। उन्होंने इस पूरी घटना की शिकायत स्वस्थ्य मंत्री से करने की भी बात कही। घटना से दुखी और नाराज विधायक द्वारा डीएम और एसपी को भी पूरी घटना से अवगत कराया गया। विधायक ने कहा कि ब्लड बैंक में स्टाफ की कमी के कारण मरीजों को समय पर ब्लड नहीं मिल पाता है।इसके कारण मरीज को रेफर कर दिया जाता है। ड्यूटी के समय डॉक्टर अपने प्राइवेट क्लिनिक में इलाज करते हैं। कहा कि इन सारी बातों को डिप्टी सीएम के पास उठाया जायेगा। बैठक में सिविल सर्जन के अलावा डीपीएम, अस्पताल प्रबंधक और आरवाईए नेता अखिलेश गुप्ता उपस्थित थे। इससे पहले विधायक मंगलवार की रात प्रसूता के करमन टोला रस्सी बगान स्थित आवास पर पहुंच परिजनों से मिले और घटना की जानकारी ली। वहीं तरारी विधायक सुदामा प्रसाद और माले चर्चित नेत्री शोभ मंडल भी प्रसूता के घर पहुंच जानकारी ली व घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया। विधायक ने बताया कि मृत प्रसूता के परिजनों द्वारा भी टाउन थाना में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। वहीं, बुधवार की सुबह आज सुबह विधायक मनोज मंजिल ने सदर अस्पताल पहुंच हॉस्पिटल स्टाफ, डॉक्टर से पूरी घटना का जायजा लिया और के साथ बैठक किया।