जानलेवा हुई गर्मी, चौबीस घंटे के भीतर लू लगे 22 मरीज पहुंचे अस्पताल
- अनुमंडलीय अस्पताल में लू लगे मरीजों का सफल इलाज के बाद घर जाने की मिली अनुमति
- अस्पताल में लू लगे मरीजों को रखने के लिए बना 10 बेड का वार्ड
केटी न्यूज/डुमरांव
जिले में लू का कहर जारी है, भीषण गर्मी अब जानलेवा साबित होने लगी है। हर दिन लू पीड़ितों की संख्या बढ़ रही है। अकेले डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल में पिछले 24 घंटे के दौरान लू के चपेट में आए कुल 22 लोगों को भर्ती कराया गया। जिन्हें इलाज के बाद घर भेज दिया गया है। अस्पताल प्रबंधन ने एसडीओ राकेश कुमार के आदेश पर लू लगे मरीजों के लिए अलग से 10 बेड का वार्ड बनाकार तैयार रखा है। अस्पताल उपाधीक्षक डा. गिरीश कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पिछले 24 घंटे के भीतर लगभग 22 मरीज लू से पीड़ित अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे हुए थे। उन मरीजों का उचित इलाज किया गया, जिससे वे स्वस्थ्य हो अपने घर लौट गए। अस्पताल में दवा-पानी का पहले ही स्टॉक कर लिया गया है, जिससे मरीजों के इलाज में कोई परेशानी नहीं हो रही है।
मिली जानकारी के अनुसार पिछले चौबीस घंटे में लू लगे मरीज अस्पताल के ओपीडी सेवा में ही पहुंचे हुए थे। शरीर में उनके पानी कम होने की शिकायत मिली, जिससे पानी चढ़ाना पड़ा। पानी चढ़ने के बाद मरीज स्वस्थ्य होकर अपने घर लौट गए। इन मरीजों में अधिकांश ग्रामीण क्षेत्र के थे। इसमें बच्चों और महिलाओं की संख्या अधिक रही। इलाज के बाद सभी को दिन चढ़ते बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जा रहा थी। फिर उन्हें खाली पेट घर से बाहर नहीं निकलने के लिए कहा जा रहा था। किसी को भर्ती करने की आवश्यकता नहीं पड़ी, इलाज के बाद उन्हें घर जाने की इजाजत डाक्टरों ने दे दिया।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी बढ़ी है लू के चपेट में आने वाले मरीजों की संख्या
जिले के सभी अस्पतालों में लू के चपेट मंे आ भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है। सदर अस्पताल बक्सर में भी हर दिन लू के शिकार दर्जनों मरीज पहुंच रहे हैं। वही ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्थिति कम भयावह नहीं है। सिमरी, चौगाईं, चौसा, ब्रह्मपुर, केसठ, नावानगर आदि सीएचसी के आंकड़ो पर गौर करें तो यहां भी लू के चपेट में आने वाले मरीजों की तादात हर दिन बढ़ रही है। केसठ सीएचसी प्रभारी डॉ विनय कुमार, चौसा सीएचसी के डॉ. चंद्रमणी विमल आदि ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि भीषण गर्मी व लू के चपेट में आ लोग बीमार पड़ रहे हैं।
महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गों को है सर्वाधिक खतरा
वैसे तो मौसम जैसे तल्ख हो रहा है तथा पारा लगातार 45 डिग्री के आस पास बना हुआ है, उससे किसी के लिए भी ऐसा मौसम लाभकारी नहीं है। लेकिन महिलाओं, बच्चों तथा बुजुर्गों को मौसम की मार से खास परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बीमार हो अस्पताल पहुंचने वालों में भी ऐसे लोगों की संख्या ही सर्वाधिक है। इसके अलावे दिल के मरीजों, सुगर, बीपी से पीड़ित लोगों के लिए यह मौसम जानलेवा साबित हो सका है।
लोगों को वे वजह घर से नहीं निकलने की सलाह
मौसम विभाग द्वारा बक्सर जिले को हीट वेव के रेड जोन में शामिल किया गया है। ऐसे में डॉक्टरों ने लोगों से बिना वजह घर से बाहर नहीं निकले की सलाह दी है। शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. विनिश कुार ने कहा कि इस भीषण गर्मी व लू से बचने के लिए लोगों को दिन में घर में ही रहना चाहिए। जरूरी काम होने पर शरीर को पूरी तरह से ढंककर ही बाहर निकलना चाहिए। वही उन्होंने कहा कि शरीर में पानी की मात्रा बनाए रखने के लिए हमे लिक्विड चीजो जैसे ओआरएस व ग्लूकोज के साथ ही जूस आदि का सेवन करना चाहिए तथा भोजन सादा व ताजा ग्रहण करना चाहिए।