विस चुनाव के मद्देनजर अनुमंडल क्षेत्र में 45 लोगों के खिलाफ भेजा गया सीसीए का प्रस्ताव

आगामी बिहार विधान सभा चुनाव को लेकर अनुमंडल प्रशासन एक्टिव मोड में आ गया है। पुलिस प्रशासन शांतिपूर्ण व निष्पक्ष चुनाव को संपन्न कराने के लिए उपद्रवी तत्वों को चिन्हित करने में जुट गया है। प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो अपराधिक चरित्र के 45 लोगों पर इस बार सीसीए का प्रस्ताव भेजा गया है, जबकि अन्य लोगों को चिन्हित किया जा रहा है,

विस चुनाव के मद्देनजर अनुमंडल क्षेत्र में 45 लोगों के खिलाफ भेजा गया सीसीए का प्रस्ताव

-- शांतिपूर्ण व निष्पक्ष तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिए एक्टिव मोड में पुलिस प्रशासन

-- चुनाव संपन्न कराने के लिए अर्द्धसैनिक बलों की चार कंपनियां आई, इलाके में बढ़ी प्रशासनिक मुश्तैदी

केटी न्यूज/डुमरांव

आगामी बिहार विधान सभा चुनाव को लेकर अनुमंडल प्रशासन एक्टिव मोड में आ गया है। पुलिस प्रशासन शांतिपूर्ण व निष्पक्ष चुनाव को संपन्न कराने के लिए उपद्रवी तत्वों को चिन्हित करने में जुट गया है। प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो अपराधिक चरित्र के 45 लोगों पर इस बार सीसीए का प्रस्ताव भेजा गया है, जबकि अन्य लोगों को चिन्हित किया जा रहा है,

ताकि मतदान के दौरान किसी भी तरह का व्यवधान उत्पन्न न हो सके। इस आशय की जानकारी देते हुए एसडीपीओ पोलत्स कुमार ने बताया कि शांतिपूर्ण व निष्पक्ष तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिए ऐसे अवांछित तत्वों को चिन्हित कर सीसीए के लिए प्रस्ताव भेजा गया है, जिनसे चुनाव के दौरान शांति भंग होने का खतरा है। एसडीपीओ ने बताया कि आगे भी ऐसे तत्वों को चिन्हित किया जा रहा है, जिनके खिलाफ गंुडा एक्ट का प्रस्ताव भेजा जाएगा।

पूरे इलाके में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिए सीआरपीएफ व सीआईएसएफ की दो-दो कंपनियां आई है। चुनाव नजदीक आते ही पारा मिलेट्री की अन्य कंपनियां भी आएगी। एसडीपीओ ने कहा कि चुनाव के दौरान सुरक्षा एवं विधि व्यवस्था को बनाए रखने के उदेश्य से पूरे अनुमंडल क्षेत्र में पुलिस ने सघन निगरानी शुरू कर दी है। इसी क्रम में दर्जनभर से अधिक चेकपोस्ट स्थापित किए गए है, जहां वाहनों की गहन जांच के साथ-साथ संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान की जा रही है। 

एसडीपीओ ने बताया कि चुनाव के दौरान विधि व्यवस्था पर लगातार पैनी नजर रखी जा रही है। किसी भी व्यक्ति के द्वारा मतदाताओं को डराने, धमकाने या प्रलोभन देकर मतदान को प्रभावित करने का प्रयास किया गया तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि निष्पक्षता से चुनाव संपन्न कराना पुलिस प्रशासन की पहली प्राथमिकता है।