क्या पीएम मोदी से नाराज़ है उनके 'हनुमान'
शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह से चिराग पासवान मिलने पहुंचे।इससे पहले चिराग के चाचा पशुपति पारस ने भी बिहार बीजेपी के अध्यक्ष से मुलाकात की थी।
केटी न्यूज़/दिल्ली
शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह से चिराग पासवान मिलने पहुंचे।इससे पहले चिराग के चाचा पशुपति पारस ने भी बिहार बीजेपी के अध्यक्ष से मुलाकात की थी।चिराग ने सोशल मीडिया पर गृहमंत्री शाह के साथ अपनी मुलाकात की तस्वीरें भी शेयर की हैं।इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रति मेरा प्यार अटूट है।जब तक वे प्रधानमंत्री हैं, उनसे मुझे कोई अलग नहीं कर सकता है।
चिराग के केंद्र सरकार से अलग राय रखने को लेकर बीजेपी के कई शीर्ष नेताओं में नारजगी है।ऐसे कायास लगाए जा रहे हैं, कि इसी नाराजगी को खत्म करने के लिए चिराग शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे थे।शंका है कि लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और भारतीय जनता पार्टी के बीच सबकुछ सही नहीं चल रहा है।
हाल फिलहाल के कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं पर गौर करें तो पता चलता है कि चिराग लगभग पर मुद्दों पर सरकार पर असहमति जताते रहे हैं, चाहे वो लैटरल एंट्री का विरोध हो, जाति जनगणना या एससी-एसटी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध, चिराग ने हर मुद्दों पर सरकार से असहमति दिखाई है और विपक्ष की तरह अपनी भूमिका निभाई।चिराग ने वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर भी अपना स्टैंड लगभग विपक्ष जैसा रखा।
इससे पहले वह आरक्षण पर सरकार के स्टैंड के खिलाफ खड़े थे।उन्होंने विपक्ष के भारत बंद का समर्थन किया। वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर भी बीजेपी के सहयोगी अन्य दलों से चिराग अलग अंदाज में दिखी। अंदरूनी सूत्र से अनुमान है कि चिराग की इस चाल से बीजेपी नाराज चल रही है।एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान की पार्टी एनडीए का हिस्सा है।वो खुद नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री हैं।इसके बवजूद तकरीबन तीन महीने के एनडीए सरकार के कार्यकाल में चिराग पासवान के बयान से नहीं लगता कि वे नरेंद्र मोदी के हनुमान हैं।