का ए काका, अबकी बार केकर सरकार बनी...
- चुनाव संपन्न होने बाद लोगों के बीच हार जीत की चर्चा शुरू
प्रकाश कुमार बादल/केसठ
लोकसभा चुनाव में कहीं मतदान मुद्दों के आधार पर हुआ, तो कहीं यह मुद्दे अंतिम क्षणों तक हवा-हवाई साबित हुए महागठबंधन और एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में उनके मतदाता गोलबंद हुए। तो अन्य का झुकाव निर्दलीय प्रत्याशी आनंद मिश्र की ओर भी रहा। कहीं राष्ट्रवाद और विकास पर मतदान हुआ तो कही रोजगार व महंगाई मुद्दा बना के नाम पर वोट मांगा जा रहा था। तो कहीं बदलाव, बेरोजगारी सहित अन्य मुद्दों पर वोट मांगे गए थे।
मतदान के दौरान भी जातिगत मुद्दों पर चर्चा और झुकाव देखा गया। महागठबंधन और एनडीए प्रत्याशियों में कड़ी टक्कर देखने को मिली। मतदाताओं में भी यहीं ट्रेंड देखा गया। मतदान पर एक बार फिर जातिवाद हावी रहा और कई जगहों पर केवल इसी आधार पर वोट डाले गए। शनिवार को मतदान संपन्न होने के बाद अब लोगों के बीच हार-जीत की गणना होने लगी है। मतदान के बाद लोग पास-पड़ोस, नाते-रिश्तेदार से मिलकर यह जानने को उत्सुक दिखे की औरों ने किस प्रत्याशी को वोट किया।
लोग अलग अलग प्रत्याशियो के गुणों का भी आपस में चर्चा कर रहे है। ऐसा ही नजारा नया बाजार केसठ के एक चाय के दुकान पर देखा गया, जहां बैठे चाय की चुस्की के रहे लोगो में केंद्र में इस बार किसकी सरकार बनेगी इस विषय पर चर्चा कर रहे थे। वही कुछ पार्टियों के समर्थक अपने अपने दल की सरकार बनने का दावा भी कर रहे है। जबकि कुछ बुजुर्गाे का कहना है कि सरकार किसी की भी बने देश, राज्य और जिले का विकास होनी चाहिए। कहा है
कि अब तो 4 जून को ही पता चलेगा की किसकी सरकार बन रही है। एक ऐसा ही नजारा नया बाजार स्थित एक फास्ट फूड दुकान पर देखने को मिला कहा लोग एनडीए और इंडिया के समर्थकों के बीच जमकर बहश हुई। कुछ एनडीए के पक्ष में तो कोई इंडी गठबंधन की बात कर रहे थे। वही युवाओं का कहना है कि सरकार किसी की बने हमे रोजगार चाहिए है। लोगों के बीच की ये चर्चा देखने में काफी रोचक लग रहा था। अब देखना ये है कि बक्सर सीट पर किसके सिर ताज चढ़ेगा।