तालाब में डूब गया लाखनडिहरा का चौकीदार, मौत, पुलिस ने उचित सम्मान के साथ दी अंतिम विदाई
डुमरांव थाना क्षेत्र के लाखनडिहरा गांव निवासी व स्थानीय पंचायत के चौकीदार नंदजी यादव ( 55 वर्ष ) पिता स्व. सीताराम यादव की तालाब में डूबने से मौत हो गई। घटना रविवार की सुबह करीब नौ बजे की है। हालांकि, करीब आधा घंटे के अंदर ही ग्रामीण गोताखोरों ने उसे पानी से निकाल अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

- एक दिन पहले हुई थी चचेरी बहू की मौत, घंट टंगवाने स्वजनों के साथ तालाब पर गया था चौकीदार, नहाने के दौरान डूबने से हुई मौत
केटी न्यूज/डुमरांव
डुमरांव थाना क्षेत्र के लाखनडिहरा गांव निवासी व स्थानीय पंचायत के चौकीदार नंदजी यादव ( 55 वर्ष ) पिता स्व. सीताराम यादव की तालाब में डूबने से मौत हो गई। घटना रविवार की सुबह करीब नौ बजे की है। हालांकि, करीब आधा घंटे के अंदर ही ग्रामीण गोताखोरों ने उसे पानी से निकाल अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस घटना की जानकारी मिलते ही डुमरांव पुलिस में शोक की लहर दौड़ गई। पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची तथा भारी मन से शव को कब्जे में पोस्टमार्टम करा स्वजनों को सौंप दिया।वहीं, बाद में प्रभारी थानाध्यक्ष संजीत शर्मा के नेतृत्व में पुलिस पदाधिकारियों व जवानों ने उचित सम्मान देते हुए अपने चहेते चौकीदार को अंतिम विदाई दी। शवयात्रा में डुमरांव थाना के सभी पुलिस पदाधिकारी व जवान मौजूद थे। इस दौरान उनके शव पर पुलिस पदाधिकारियों व जवानों ने पुष्पहार चढ़ा, उन्हें अंतिम विदाई दी।
प्रभारी थानाध्यक्ष संजीत ने बताया कि नंदजी काफी सक्रिय चौकीदार थे तथा अपने क्षेत्र में होने वाली हर छोटी घटना की जानकारी भी समय से पुलिस को दे उसे रोकने में मदद करते थे। प्रभारी थानाध्यक्ष ने कहा कि वे अपने काम के प्रति जिम्मेवार व ईमानदार के साथ ही व्यवहार कुशल भी थे। जिस कारण अपराध नियंत्रण में पुलिस को बड़ी मदद मिलती थी। उन्होंने कहा कि हम सभी को लंबे समय तक उनकी कमी खलेगी। इस दौरान वहां मौजूद पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों की आंखे नम हो गई थी।
मिली जानकारी के अनुसार एक दिन पहले उनके भतीजे हरेन्द्र यादव की पत्नी का निधन हो गया था। बहू के अंतिम संस्कार के बाद परंपरा के तहत घंट टांगने की रस्म पूरा करने वे भी अपने परिजनों के साथ गांव के दक्षिण स्थित तालाब के पास गए थे, जहां घंट में जल देने से पूर्व नहाने के दौरान वे तालाब के गहरे पानी में डूब गए। हालांकि, उन्हे डूबता देख लोगों ने बचाने का प्रयास किया, लेकिन तबतक वे गहरे पानी में समा चुके थे। इस घटना के बाद गांव में मायूसी छाई है।
ग्रामीणों ने बताया कि एक वर्ष पूर्व ही उनके एक पुत्र सरोज यादव की मौत भी हो गई थी। वहीं, अब बचे इकलौते पुत्र शैलेश ने उन्हंे मुखाग्नि दी। घटना के बाद से गांव में मायूशी छाई है।