जाम से पूरे दिन कराहता रहा बक्सर, एसपी से लेकर जज तक की गाड़ियां भी फंसी
मुंडन संस्कार के कारण सोमवार को बक्सर शहर पूरे दिन जाम की गिरफ्त में रहा। सुबह से लेकर शाम तक शहर के मुख्य पथ के अलावे गली-मोहल्लों में भी जाम लगा रहा। इस दौरान आम से लेकर खास तक जांम में घंटो फंसे रहे। बक्सर एसपी शुभम आर्य के अलावे एक न्यायिक पदाधिकारी को भी इस जाम का दंश झेलना पड़ा। हालांकि, बक्सर पुलिस जाम हटाने के लिए काफी सक्रिय थी, लेकिन जाम इतना गंभीर था कि पुलिस बेबस नजर आ रही थी।

- मुडन संस्कार को ले उमड़ा था भारी भीड़, शहर के मुख्य पथों के अलावे गली-मोहल्लों में भी लगा रहा जाम
केटी न्यूज/बक्सर
मुंडन संस्कार के कारण सोमवार को बक्सर शहर पूरे दिन जाम की गिरफ्त में रहा। सुबह से लेकर शाम तक शहर के मुख्य पथ के अलावे गली-मोहल्लों में भी जाम लगा रहा। इस दौरान आम से लेकर खास तक जांम में घंटो फंसे रहे। बक्सर एसपी शुभम आर्य के अलावे एक न्यायिक पदाधिकारी को भी इस जाम का दंश झेलना पड़ा। हालांकि, बक्सर पुलिस जाम हटाने के लिए काफी सक्रिय थी, लेकिन जाम इतना गंभीर था कि पुलिस बेबस नजर आ रही थी।
बता दें कि रंगभरी एकादशी पर मुंडन संस्कार का बहुत अच्छा मुहुर्त था। जिस कारण बड़ी संख्या में मुंडन संस्कार कराने वाले रामरेखा घाट आए थे। जिस कारण जाम लग गया। सुबह से लगा यह जाम शाम तक जारी रहा। इस दौरान स्टेशन रोड, पीपी रोड, बाइपास रोड, मुख्य पथ आदि में जाम लगने के साथ ही सभी लिंक रोड व गली-मोहल्लों में भी जाम लग गया।
आलम यह था कि बक्सर सेंडिगेट से ज्योति चौक पहुंचने में लोगों को घंटो समय लग जा रहा था। यही हाल स्टेशन से ज्योति चौक तक, अंबेडकर चौक से समाहरणालय पथ, रामरेखा घाट के पास से निकलने वाले पीपी रोड, पुस्तकालय रोड आदि का था।
सुबह से लगे इस जाम में आम से लेकर खास तक परेशान रहे। सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों को हुई। उनकी बस सुबह स्कूल जाने व दोपहर में छुट्टी के बाद वापस घर लौटने के दौरान जाम में फंसी रही। इस दौरान बस के अंदर बैठे बच्चें भूखे-प्यासे बिलबिलाते रहे।
एसपी से लेकर न्यायिक पदाधिकारियों तक को झेलना पड़ा दंश
इस जाम का दंश प्रशासनिक महकमे व न्यायिक पदाधिकारियों को भी झेलना पड़ा। खुद बक्सर एसपी शुभम आर्य इस जाम में फंसे रहे। जबकि कई न्यायिक पदाधिकारियों की गाड़ियां भी जाम की भेंट चढ़ी। इस दौरान जाम हटाने में पुलिस प्रशासन बेबस नजर आ रहा था। हालांकि, प्रशासन द्वारा एहतियात के तौर पर सभी प्रमुख जगहों पर टैªफिक कंट्रोल के लिए पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था, लेकिन वाहनों की अधिक संख्या के कारण पुलिसकर्मी भी लाचार दिखे।
रामरेखा घाट पर भी उमड़ी रही भीड़
रामरेखा घाट पर भी मुंडन संस्कार कराने वालों की रिकार्ड भीड़ उमड़ी रही। आलम यह था कि एमपी स्कूल से लेकर रामरेखा घाट तक सुबह से लेकर दोपहर बाद तक पैदल चलना भी मुश्किल था। जिस कारण श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस दौरान कई बार श्रद्धालुओं के बीच आपस में मारपीट की नौबत आते रही। घाट पर किसी तरह की व्यवस्था दिखाई नहीं पड़ रही थी। मुंडन संस्कार कराने वालों की भारी भीड़ के चलते प्रशासनिक तैयारी नाकाफी साबित हुई।
गुम होते रहे बच्चें
मुंडन संस्कार में उमड़ी भारी भीड़ के कारण कई बच्चे अपने स्वजनों से बिछड़ जा रहे थे। इस दौरान पुलिस ने काफी तत्परता दिखाई तथा गुम होने वाले बच्चों को स्वजनों से मिलवाया। जानकारी के अनुसार पुलिस ने करीब आधा दर्जन बच्चों को रामरेखा घाट पर उनके स्वजनों से मिलवाया है।
फजीहत झेलते रहे श्रद्धालु
मुडन संस्कार कराने वाले श्रद्धालुओं को भारी फजीहत झेलनी पड़ी। रिकार्ड भीड़ के कारण उन्हंे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। सबसे अधिक परेशानी उन्हें घाट पर अपनों को ढूंढने में हो रही थी। वहीं, इस अवसर का लाभ नाव संचालकों ने जमकर उठाया। जानकारी के अनुसार नाव चालक श्रद्धालुओं से मनमाना किराया वसूल रहे थे।
रामरेखा घाट पर अचानक होने लगी मारपीट
रामरेखा घाट पर काफी संख्या में श्रद्धालु मुंडन संस्कार को लेकर पहुंचे थे। मुंडन संस्कार को लेकर रामरेखा घाट पर पैर रखने के लिए जगह नहीं बची थी। इस अप्रत्याशित भीड़ के बीच अचानक दो पक्षों में जमकर मारपीट शुरू हो गई। जिससे आसपास में भगदड़ की स्थिति कायम हो गई। जिससे वहां मौजूद लोगों में अफ़रा तफरी का माहौल कायम हो गया। कुछ लोग पहुंच कर बीच बचाव करने लगे। काफी मशक्कत के बाद कुछ देर के बाद मामला को शांत कराया जा सका। घाट पर मौजूद पंडा समाज द्वारा भी बीच बचाव किया गया। पंडा समाज के लोगों ने बताया कि अचानक कुछ लोग आपस में लड़ने लगे। जिससे भगदड की स्थिति मच गई। मारपीट करने वाले सिमरी थाना के राजापुर निवासी बताए जा रहे है।
बयान
बक्सर में मुडन संस्कार को देखते हुए सभी प्रमुख जगहों पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी। इस बार काफी अप्रत्याशित भीड़ जुट गई थी, जिस कारण कुछ देर के लिए टैªफिक व्यवस्था बाधित हुई, लेकिन जल्दी ही उसे नियंत्रित कर लिया गया। - संतोष कुमार सिंह, टैªफिक डीएसपी, बक्सर