डुमरांव विधायक व थानेदार को बाहर रहते स्वर्गीय यमुना सिंह को नही मिल सकता है इंसाफ: विभोर
जातिगत जहर घोल आपसी सद्भावना को तोड़ रहे है डुमरांव विधायक वर्दास्त नही: विभोर
केटी न्यूज/ डुमरांव/बक्सर
जब पुरा बिहार जातिगत अग्नी में जलता था तब भी बक्सर की धरती पर अमन-चैन की संदेश देती थी। चारों ओर जब गोली की तड़तड़ाहत व बम के धमाके गुजंते थे तबभी यहां मंदिरों से घंटे की मधुर घ्वनी निकलती थी। परन्तु जब से ये डुमरांव विधायक डा. अजीत कुमार सिंह कुशवाहा जिले और खास तौर पर डुमरांव विधानसभा को जातिगत अग्नी में बार-बार झोकने का प्रयास कर रहे है। लेकिन यहां जनता अमन चैन पसंद है वो उनके मनसूबे पर कामयाब नही होने देगी। यह बातें युवा समाज सेवी पूर्व कांग्रेस प्रदेश सचिव विभोर कुमार द्विवेदी ने प्रेस वयान जारी कर कहा। उन्होंने कहा कि जब से ये विधायक बने है कभी कोई मंदिर टूट रहा है कही मूर्ती दो लोगों के आपसी में हुए केश में एक तरफा पैरवी कर पेचीदा बना रहे है। जिसका परिणाम है कि कोपवां निवासी यमुना सिंह की मौत। परिजनों ने इनके खिलाफ एफआईआर किया है। जबतक ये सलाखों से बाहर रहेगें तबतक इंसाफ मिलने की परिजनों को कोई उम्मीद नही है। इसलिए सभी रसुखदार आरोपियों को जेल भेजकर जांच कराई जाए। अगर ऐसा नही होगा तो डुमरांव की जनता एक विकराल आंदोलन करेगी।