कोरानसराय में शराब से लदी स्वीफ्ट डिजायर कार जब्त, एक तस्कर गिरफ्तार
मौके का फायदा उठा फरार हुआ दूसरा तस्कर
सोमवार को अल सुबह एसडीपीओ के नेतृत्व में वाहन चेकिंग अभियान के दौरान मिली सफलता
केटी न्यूज/डुमरांव
सोमवार की अहले सुबह अंधेरे में यूपी से शराब भरकर पटना जा रही एक लग्जरी कार को डुमरांव एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी ने एनएच 120 सड़क पर पकड़ने में सफलता पायी है। इस मामले में वाहन चालक सह तस्कर को गिरफ्तार किया गया है जबकि उस वाहन पर बैठे दो अन्य धंधेबाज पानी मे छलांग लगाकर भागने में सफल रहें। पुलिस फरार धंधेबाजों की पहचान कर ली है
और उनकी गिरफ्तारी को लेकर डीआईयू की टीम छापेमारी कर रही है। घटना सोमवार की अहले सुबह करीब तीन बजे की बतायी जाती है। अनुमंडल पुलिस मुख्यालय के सभागार में पत्रकारों को जानकारी देते हुए एसडीपीओ ने बताया कि कोरानसराय चौक पर गश्ती कर रहा था। इसी दौरान नारायणपुर-मठिला रोड से एक स्कार्पियों, एक बोलेरो तथा एक स्विफ्ट डिजायर कार आ रही थी।
पुलिस टीम को देख स्वीफ्ट डिजायर कार का चालक स्पीड बढ़ा नावानगर की तरफ भागने की कोशिश करने लगा। एसडीपीओ ने तत्काल इसकी सूचना कोरानसराय व वासुदेवा ओपी थाने की पुलिस को देते हुए अपने वाहन से उसका पीछा किया। इस दौरान कार कोरानसराय चौक तथा थाना को पार करते हुए 12 किलोमीटर दूर मुकुंदडेरा पुल तक पहुंच गई थी। संयोग से तेज रफ्तार के कारण कार
अनियंत्रित हो पुल के डिवाइडर से टकरा गई। इस दुर्घटना में वाहन क्षतिग्रस्त हो गया और उसमें बैठे चालक सहित दो लोग कार से उतर पानी में भागने लगे। जिसमें पुलिस ने एक तस्कर को दौड़ाकर पकड़ लिया। जबकि दूसरा अंधेरे का फायदा उठा भागने मंें सफल रहा। गिरफ्तार तस्कर कार दुर्घटना में जख्मी हो गया था। एसडीपीओ ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी नालंदा
जिला के चंडी थाना स्थित कोपलपर गांव का रहने वाला अनिल राम का पुत्र मनीष कुमार बताया जाता है जबकि एक अन्य धंधेबाज की पहचान सूरज कुमार, कंकड़बाग पटना के रूप में हुई है। यह गिरोह पटना के कंकड़बाग अशोक नगर में किराये का मकान लेकर शराब का धंधा करते है। एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस की टीम जब कार की तलाशी
ली तो धंधेबाजों ने उस कार में 31 कार्टन शराब को छिपाया था, जिसमें 1488 पीस 8 पीएम और 12 पीस 750 एमएल के व्हिस्की बरामद की गयी, जिसकी मात्रा 277 लीटर बताया जाता है। पुलिस का मानना है कि शराब के धंधेबाज चोरी-छिपे रात के अंधेरे में ही शराब का कारोबार कर रहे है। पुलिस टीम के रात्रि पहर में गश्ती में बरती जा रही लापरवाही से शराब माफिया अपने धंधे में सफल हो जाते है।