कण-कण में विराजमान है प्रभु श्रीराम - अंजनी गोस्वामी

कण-कण में विराजमान है प्रभु श्रीराम - अंजनी गोस्वामी

- महायज्ञ में भक्तों की उमड़ रही भीड़, जयघोष से गुंजयमान हुआ इलाका

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव थाना क्षेत्र के अरैला गांव में श्रीराम दरबार प्राण प्रतिष्ठात्मक पांच दिवसीय महायज्ञ के साथ श्रीराम कथा का दूसरे दिन आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं को अमृतवाणी से रसपान कराया गया। महायज्ञ के मुख्य यज्ञाधीन महंत दीपक तिवारी जी महाराज के देखरेख में यूपी के प्रयागराज की सुप्रसिद्ध कथावाचिका विदुषी अंजनी गोस्वामी जी द्वारा श्रोताओं को भगवान श्रीराम के महिमा की गाथा से श्रद्धालुओं को अवगत कराया। कथावाचिका अंजनी गोस्वामी ने भगवान राम की महिमा का व्यख्यान किया।

उन्होंने बताया कि श्री राम का भाव है सदैव रहने वाली सत्ता भाव जिसका न ही जन्म होता है न ही मरण। जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है तब उसके नाम के आगे स्वर्गीय लग जाता है, लेकिन जब अवतारी पुरुष अपनी लीला को समेट कर इस धरा से जाते हैं तो उनके नाम के आगे स्वर्गीय नहीं लगता, क्योंकि वह सत्ता अविनाशी है। आगे उन्होंने बताया कि श्री राम कण-कण में रमण करने वाली शक्ति है

और श्री राम की कथा श्रवण करने से इंसान भवसागर से पार हो जाता है। उन्होंने कथा के महत्व को बताते हुए कहा कि प्रभु की कथा श्रवण करने के लिए भगवान भोलेनाथ ऋषि अगस्त्य जी के आश्रम में जाते हैं और प्रभु की पावन पुनीत कथा को श्रवण कर धन्य हो जाते हैं। गरुड़ जी भी जब भगवान राम और लक्ष्मण को नागपाश में बंदा देखते हैं तो उनके मन में संशय उत्पन्न हो जाते हैं।

फिर वह हनुमान जी के कहने पर भगवान भोलेनाथ के पास जाते हैं और प्रभु की कथा को श्रवण करते हैं, तद्पश्चात प्रभु की कथा को श्रवण कर उनके मन के सारे संशय दूर होते हैं। कथावाचिका ने कहा कि जो भगवान की कथा को श्रवण कर अपने जीवन में चरितार्थ करते हैं तो उसका जीवन धन्य हो जाता है। अंत में प्रभु श्री राम के अवतार की गाथा सुनाई गयी।

कथा दौरान प्रभु श्री राम का पूजन आयोजनकर्ताओं द्वारा किया गया। बतादें कि इस महायज्ञ व श्री राम कथा का समापन 14 जून को होगा। उस दिन भक्तों के बीच महाप्रसाद का वितरण भी किया जायेगा। इस महायज्ञ में आचार्य आदित्य तिवारी जी महाराज, आचार्य अंकित ओझा,

आचार्य अखिलेश उपाध्याय, आचार्य अभिषेक तिवारी, आचार्य निरंजन शुक्ला सहित दर्जनों संतों की टोली इस महायज्ञ में शामिल हुए है। मौके पर पिंटू राय, जयप्रकाश राय, लालू राय, अमित कुमार, रवि, अरविंद, श्रीदेव सहित सैकड़ो श्रद्धालु मौजूद थे।