पंचायत स्तर पर पुलिस की बड़ी पहल: डुमरांव में शुरू होगी घर–घर समस्याओं के समाधान की मुहिम

ग्रामीणों को थाने के चक्कर से मुक्ति दिलाने और उनकी समस्याओं को स्थानीय स्तर पर ही सुलझाने के उद्देश्य से डुमरांव पुलिस एक नई पहल की शुरुआत करने जा रही है। थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में क्षेत्र के सभी पंचायतों में जल्द ही व्यापक निवारण एवं जनसुनवाई शिविर आयोजित किए जाएंगे। इस योजना का मकसद है, थाने से जुड़े लंबित मामलों, आवेदनों और शिकायतों को गांव-गांव में ही सुनकर तत्काल समाधान उपलब्ध कराना।

पंचायत स्तर पर पुलिस की बड़ी पहल: डुमरांव में शुरू होगी घर–घर समस्याओं के समाधान की मुहिम

केटी न्यूज/डुमरांव

ग्रामीणों को थाने के चक्कर से मुक्ति दिलाने और उनकी समस्याओं को स्थानीय स्तर पर ही सुलझाने के उद्देश्य से डुमरांव पुलिस एक नई पहल की शुरुआत करने जा रही है। थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में क्षेत्र के सभी पंचायतों में जल्द ही व्यापक निवारण एवं जनसुनवाई शिविर आयोजित किए जाएंगे। इस योजना का मकसद है, थाने से जुड़े लंबित मामलों, आवेदनों और शिकायतों को गांव-गांव में ही सुनकर तत्काल समाधान उपलब्ध कराना।

सूत्रों के अनुसार लाखनडिहरा, सुरौंधा, नेनुआ समेत थानाक्षेत्र के सभी पंचायतों को चरणबद्ध तरीके से इस अभियान में शामिल किया जाएगा। इन शिविरों में पुलिस की विशेष टीम मौके पर पहुंचकर चरित्र प्रमाणपत्र सत्यापन, आपसी शिकायतों का निपटारा, पारिवारिक विवादों पर बातचीत, सामाजिक तनाव की रोकथाम और जमीनी विवादों की समीक्षा जैसे मामलों को प्राथमिकता देगी। खासकर भूमि विवाद से जुड़े मामलों को चिन्हित कर उच्च वरीय विभागों को अनुशंसित किया जाएगा, ताकि उनका त्वरित निपटारा सुनिश्चित हो सके।

पुलिस प्रशासन का कहना है कि शिविरों के दौरान ग्रामीण किसी भी प्रकार की अपराध संबंधी सूचना सीधे पुलिस तक पहुंचा सकेंगे, और सबसे अहम बात—सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी। थानाध्यक्ष सिन्हा का मानना है कि इस भरोसेमंद व्यवस्था से अपराध नियंत्रण मजबूत होगा और जनता-पुलिस के बीच संवाद और विश्वास भी बढ़ेगा।

उन्होंने बताया कि इस मुहिम का सबसे बड़ा लक्ष्य है लोगों को उनकी ही पंचायत में समाधान उपलब्ध कराना। इससे न केवल उनकी समस्याएं कम होंगी बल्कि थाने के अनावश्यक चक्कर से भी राहत मिलेगी। पुलिस जल्द ही शिविरों का विस्तृत कार्यक्रम और तारीखें जारी करेगी। साथ ही ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे अधिकाधिक संख्या में शिविरों में पहुंचकर अपनी समस्याएं रखें और इस सुविधा का लाभ उठाएं।