माले ने हक दो वादा निभाओ अभियान के तहत किया प्रखंड मुख्यालय पर जोरदार प्रदर्शन
भाकपा माले के हक दो वादा निभाओ अभियान के पार्टी दूसरे चरण के राज्यव्यापी आंदोलन के तहत डुमरांव प्रखंड पर जोरदार धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में पार्टी के पुरुष महिला कार्यकर्ता उपस्थित होकर पार्टी के आह्वान पर जोरदार प्रदर्शन किया।
- अत्यंत गरीब परिवारों को दो लाख रुपया की सहायता राशि की गारंटी दे सरकार - विधायक
केटी न्यूज/डुमरांव
भाकपा माले के हक दो वादा निभाओ अभियान के पार्टी दूसरे चरण के राज्यव्यापी आंदोलन के तहत डुमरांव प्रखंड पर जोरदार धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में पार्टी के पुरुष महिला कार्यकर्ता उपस्थित होकर पार्टी के आह्वान पर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की अध्यक्षता कामरेड कन्हैया पासवान तथा संचालन कामरेड संजय शर्मा ने किया। इस मौके पर माले जिला सचिव नवीन कुमार, कामरेड बीर उपाध्याय, ऐपवा नेत्री पूजा देवी, नंदन के मुखिया रामजी सिंह यादव, युवा नेता बाबूलाल राम, प्रभात, नासिर हसन, माले प्रखंड नेता शिवजी राम, जाबिर कुरैशी, चंदेस, मुंशी पासवान आदि नेताओं ने धरना में शिरकत किया।
अत्यंत गरीबों को लघु उद्यमी योजना का दो लाख रुपया देने के लिए 72 हज़ार रु. से कम का आय प्रमाण पत्र अंचल कार्यालय को देने, भूमिहीन परिवारों को 5 डिसमिल जमीन और शहरी बेघरों को पक्का मकान देने की मांग पर आवेदनों के साथ डुमरांव प्रखंड सह अंचल मुख्यालय पर हजारों गरीबों ने प्रदर्शन किया। ज्ञातव्य है कि बिहार सरकार ने सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण के बाद राज्य के लगभग 95 लाख अत्यंत गरीब परिवारों को लघु उद्यमी योजना के तहत दो लाख रुपया की सहायता राशि की घोषणा की थी। भाकपा माले के राज्य नेता सह डुमरांव विधायक डाक्टर अजीत सिंह कुशवाहा ने कहा कि गरीबों को दो लाख रूपए लघु उद्यमी योजना के तहत प्रदान करने के लिए, गांव व शहर में आवास के लिए और भूमिहीन परिवारों को पांच डिसमिल जमीन देने की लड़ाई विधानसभा से लेकर सड़क तक लड़ी गई है।
वह बिहार सरकार को घोषणा के अनुरूप देना होगा, वरना संघर्ष तेज होगा। उन्होंने कहा कि जबसे भाजपा जदयू की सरकार आई है मुख्यमंत्री महोदय अपने वायदा को भूल जा रहे हैं। 94 लाख गरीबों को दो लाख प्रदान करने का वायदा उनको पूरा करना होगा। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार जिसमें भाकपा-माले ने समर्थन दे रखा था उसने एक राज्य में जाति सर्वे करके दिखा दिया। केंद्र सरकार जनगणना तक रोक कर रखी है। इसका कारण यह है कि केंद्र सरकार गरीबों, दलित, अतिपिछड़ा, पिछड़े को उसका वाजिब हक छीन लेना चाहती है। उन्होंने धरना पर बैठे सैकडों जनता का आह्वान किया कि किसी कीमत पर मुख्यमंत्री द्वारा घोषित दो लाख को गरीबों को हासिल करना है।
गरीबों के लिए 72 हजार तक का आय प्रमाण पत्र सरकार को बनाना ही होगा। इसके लिए लड़ाई चलेगी। प्रखंड कमेटी सदस्य भगवान दास, मानरूप पासवान, युवा नेता सुरेंद्र प्रसाद आदि ने हिस्सा लिया। प्रदर्शन में डुमरांव प्रखण्ड के करूअज, रजडीहा, अरिआंव, कोरान सराय, मठिला, लाखनडिहरा, सोवा, कोपवा सहित नगर के दक्खिन टोला, महरौरा, बनकट, नया-पुराना भोजपुर कई गांवों टोलों के गरीबों, मजदूरों, भूमिहीनों ने भाग लिया। धरना में सैकड़ों महिलाएं भी शामिल रहीं। वक्ताओं ने कहा कि
विकास के नाम पर बुलडोजर की मार झेल रहे सैकड़ों आवासहीन गरीबों ने ज़रूरी आय प्रमाण पत्र व वासदृआवास की मांग पर ज़ोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे भाकपा माले नेताओं ने कहा कि शहरी गरीबों के लिए 2014 की आवास नीति कागज़ी बनी हुई है और सरकार का प्रयास शून्य है। उल्टे विकास के नाम पर बुलडोजर चल रहे हैं। गरीबों को बेदखल किया जा रहा है। एनडीए सरकार में शहरी गरीबों के लिए कोई भी नई आवास नहीं बनी है। जिन गरीबों की मेहनत से बिहार आबाद होता है दिनों दिन उन्हीं गरीबों का वहां रहते हुए रोज़ी रोटी आवास दूभर होता जा रहा है।