संदिग्ध स्थिति में जहरीला पदार्थ खाने से विवाहिता की मौत

संदिग्ध स्थिति में जहरीला पदार्थ खाने से विवाहिता की मौत

मायके वालों का आरोप: दहेज के लिए ससुराल वालों द्वारा जहरीला पदार्थ खिला की गयी हत्या 

शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद मामले की छानबीन में जुटी पुलिस 

केटी न्यूज/आरा

अगिआंव बाजार थाना क्षेत्र के खननी गांव के आंधी सिंह के टोला में शुक्रवार की रात संदिग्ध स्थिति में जहरीला पदार्थ खाने से एक विवाहिता की मौत हो गई। इलाज के लिए सदर अस्पताल लाये जाने के दौरान उसने रास्ते में दम तोड़ दिया। मृतका खननी गांव के आंधी सिंह के टोला निवासी रामू कुमार की 24 वर्षीया पत्नी माया देवी थी। उसके मायके वालों की ओर से दहेज के लिए जहर खिला कर हत्या करने का आरोप लगाया जा रहा है। 

पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद मामले की छानबीन कर रही है। उदवंतनगर थाना क्षेत्र के खरौनी गांव निवासी सिंटू कुमार ने बताया कि उसकी चचेरी बहन माया की शादी मई 2022 में अगिआंव बाजार थाना क्षेत्र के खरौनी गांव के आंधी सिंह के टोला निवासी कमलेश यादव के पुत्र रामू कुमार के साथ हुई थी। शादी के कुछ दिन के बाद से ही उसके पति सहित अन्य ससुराल वालों द्वारा अक्सर दहेज के लिए उसे प्रताड़ित किया जा रहा था।

उससे तंग आकर दो माह पूर्व वह अपने मायके आ गई थी। हालांकि 15 दिन पूर्व उसका पति उसे ससुराल ले गया था। शुक्रवार की रात करीब 11 बजे उसके पति द्वारा फोन कर कहा गया कि माया देवी को उल्टी, दस्त और सीने में दर्द है। तब उसने कहा कि ठीक है, उसका इलाज करवाइये। वह कल उसे देखने आएंगे। कुछ देर बाद उसके पति द्वारा फिर कॉल की गयी और कहा गया माया की मौत हो गई है।

सूचना पर वह उसके ससुराल पहुंचे, तो देखा कि वह बेहोशी अधमरा की हालत में पड़ी है। उसके बाद उसे आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया। वहां डाक्टरों द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया। सूचना मिलने पर पुलिस अस्पताल पहुंची और शव का पोस्टमार्टम कराया गया। चचेरे भाई सिंटू कुमार की ओर से बहन के पति रामू कुमार, सास और ससुर सहित ससुराल अन्य सदस्य पर दहेज के लिए मारपीट और जहरीला पदार्थ खिलाकर उसे करने का आरोप लगाया है।

इधर, माया देवी के पति रामू कुमार ने बताया कि शुक्रवार की रात उसे दस्त और उल्टी होने लगी। उसके बाद उसे इलाज के लिए निजी अस्पताल ले जाया गया‌। इलाज के दौरान ही उसने अपने चचेरे साल सिंटू कुमार को फोन कर इसकी जानकारी दी। कुछ देर बाद माया का दस्त और उल्टी बंद हो गया, लेकिन उसके सीने का दर्द नहीं जा रहा था। उसके बाद उसने दोबारा फोन कर चचेरे साले को इसकी जानकारी उन्हें दी।

तब कहा गया कि एक इंजेक्शन दिलाओ और 10 मिनट देखो। उसके बाद उसने उसे  इंजेक्शन भी दिलवाया। उसके बाद भी माया के सीने का दर्द ठीक नहीं हो रहा है। तब उसे इलाज के लिए आरा लेकर जा रहा था। तभी उसकी मौत हो गई।  रामू कुमार ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोप को बेबुनियाद और गलत बताया। बहरहाल पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रही है। बताया जा रहा है कि माया अपने पांच बहनों में तीसरे स्थान पर थी। उसे 10 महीने की बेटी खुशबू भी है।