डुमरांव के कामगर की पूना में नृशंस हत्या, परिवार पर टूटा गम का पहाड़
डुमरांव निवासी एक कामगर की महाराष्ट्र के पूणे में नृशंसा हत्या कर दी गई है। घटना रविवार रात की है। हत्यारों ने घर से बुला धारदार हथियार से उसका गला रेत उसे मौत के घाट उतार दिया है। इसकी जानकारी मिलते ही मृतक के घर कोहराम मच गया, जबकि मोहल्ले में वीरानी छाई हुई है।
-- चार भाईयों में सबसे बड़ा था मृतक, माता पिता की पहले ही हो चुकी है मौत, जानकारी मिलते ही मातमपूर्सी करने वालों की लगी भीड़
केटी न्यूज/डुमरांव
डुमरांव निवासी एक कामगर की महाराष्ट्र के पूणे में नृशंसा हत्या कर दी गई है। घटना रविवार रात की है। हत्यारों ने घर से बुला धारदार हथियार से उसका गला रेत उसे मौत के घाट उतार दिया है। इसकी जानकारी मिलते ही मृतक के घर कोहराम मच गया, जबकि मोहल्ले में वीरानी छाई हुई है। मृतक की पहचान स्थानीय नगर के वार्ड 27 स्थित मतहिया नीम के पास के निवासी स्व. कृष्णा प्रसाद प्रजापति के 45 वर्षीय पुत्र दीपक प्रजापति के रूप में हुई है।

दीपक के छोटे भाई गोविंद ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि उसका सबसे छोटा भाई राहुल प्रजापति भी बड़े भाई के साथ ही रहता था। सोमवार की सुबह उसी ने फोन कर इस लोमहर्षक घटना की जानकारी दी। फिलहाल पूणे पुलिस मामले की जांच व हत्यारों की धर पकड़ में जुटी है। इधर घटना के बाद से डुमरांव स्थित स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।
-- घर से बुला दिया गया है घटना को अंजाम
मृतक के साथ रह रहे उसके छोटे भाई राहुल ने बताया कि रविवार की शाम भईया को किसी ने फोन कर बाहर बुलाया, उसके कुछ देर बाद से ही उनका दोनों नंबर स्वीच ऑफ आने लगा था। हमलोग पूरी रात खोजबीन किए, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। सुबह में उनका खून से लथपथ शव बरामद हुआ। जिसके बाद स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई। हालांकि, घटना के कारणों का कुछ पता नहीं चल सका है।

-- एक दशक से अधिक समय से पूणे में रहता था मृतक
मृतक चार भाईयों में सबसे बड़ा था। उसके दो अन्य भाई गोविंद तथा गौतम डुमरांव में ही रहते है जबकि सबसे छोटा भाई राहुल पिछले डेढ़-दो वर्ष से अपने बड़े भाई के साथ ही रहता था। वहीं, मृतक की पत्नी डॉली व दो लड़के तथा एक लड़की भी पूणे में ही थे। उसके भाई गोविंद का कहना है कि दीपक करीब 10-15 वर्षों से वहां रह प्राइवेट नौकरी करता था। माता-पिता की मौत के बाद वहीं घर से सबसे बड़ा सदस्य था तथा पूरे परिवार का संचालन करता था। उसकी हत्या से परिवार पूरी तरह से टूट चुका है। किसी को कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि क्या किया जाए।

-- जानकारी मिलते ही मातमपूर्सी को लगी भीड़
इसकी जानकारी मिलते ही मृतक के दरवाजे पर संवेदना जताने वालों की भीड़ इकट्ठा हो गई। इस क्रम में वार्ड 27 के पार्षद अरविंद शर्मा, नगर परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष विकास ठाकुर समेत कई अन्य वार्ड पार्षद व सामाजिक सरोकार से जुड़े लोग उसके घर पहुंच पीड़ित स्वजनों को ढांढस बंधा रहे थे, लेकिन ढांढस का एक भी मरहम उनके जख्म को भरने में नाकाम साबित हो रहा था। कार्यकारी चेयरमैन विकास ने बताया कि पीड़ित परिवार काफी गरीब तबके से आता है तथा चारों भाई मेहनत-मजदूरी कर किसी तरह परिवार का संचालन कर रहे थे, लेकिन परिवार के मुखिया की हत्या ने परिवार को गहरा जख्म दिया है।
