'मून स्नाइपर' ने चंद्रमा से खुशखबरी भेजी
जापान के चंद्रयान कहे जाने वाले मून स्नाइपर ने चंद्रमा से खुशखबरी भेजी है।मून स्नाइपर ने चांद से इस बार कुछ तस्वीरें भेजी हैं।
केटी न्यूज़/दिल्ली
जापान के चंद्रयान कहे जाने वाले मून स्नाइपर ने चंद्रमा से खुशखबरी भेजी है।मून स्नाइपर ने चांद से इस बार कुछ तस्वीरें भेजी हैं।इसी हलचल के बीच जापानी स्पेस एजेंसी JAXA के इंजीनियर मई में एक बार फिर संपर्क साधने की कोशिश करेंगे।मून स्नाइपर का हर रात के बाद जागना जारी है।वह तस्वीरें भेजता और फिर गहरी नींद में चला जाता है।मून स्नाइपर से मिशन टीम ने 23 अप्रैल को संपर्क साधा था।
स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून या की सतह पर 19 जनवरी को पहुंचा था।JAXA के मुताबिक, स्लिम का दो बड़े मकसद थे। पहला, एक छोटे एक्सप्लोरर में शामिल उन तकनीकों का प्रदर्शन करना था, जो सटीक लैंडिग में मदद करती हैं।दूसरा, हल्के एक्सप्लोरेशन सिस्टम का इस्तेमाल कर चांद और अन्य ग्रहों की स्टडी में तेजी लाना शामिल है।
मिशन टीम ने X पर लिखा था,स्लिम ने चांद पर 3 रातों के बाद भी काम करना जारी रखा है, जिसकी डिजाइन में उम्मीद नहीं की थी।इससे पहले स्लिम ने 23 मार्च के आसपास धरती से भेजे संदेशों का जवाब दिया था।
JAXA का कहना है कि मून स्नाइपर को चांद की रात के समय होने वाले मुश्किल भरे हालात के लिए तैयार नहीं किया गया था।NASA का भी कहना है कि चांद पर रात के समय पार - 133 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। अब मून स्नाइपर से उम्मीद नहीं थी कि वो एक रात भी काट सकेगा।अब खास बात है कि लैंडर के पास बंद होने से पहले सिर्फ कुछ तस्वीरें भेजने की ही ताकत थी। इसके बाद जापान की मिशन टीम को उम्मीद जगी कि जब सूर्य की रोशनी सोलर पैनल पर दोबारा पड़ेगी, तब शायद अंतरिक्षयान जाग जाए ।