बक्सर में जातिवाद के कारण चुनाव में हुई राष्ट्रवाद की हार - मिथिलेश तिवारी

बक्सर में जातिवाद के कारण चुनाव में हुई राष्ट्रवाद की हार - मिथिलेश तिवारी

- मिथिलेश ने विजयी प्रत्याशी को दी बधाई, बोले अगले पांच वर्ष बक्सर में ही रहूंगा

केटी न्यूज/बक्सर 

 

विगत चार जून को हुई मतगणना के बाद बक्सर लोकसभा चुनाव में हार मिलने के बाद बुधवार को एनडीए प्रत्याशी मिथलेश तिवारी ने प्रेस कांफ्रेंस के जरिये मीडिया को बताया कि उनकी हार जातिवाद के कारण हुई। उन्होंने कहा कि बक्सर में जातिवाद के कारण राष्ट्रवाद हार गया। वही, उन्होंने अपने चार लाख मतदाता जिन्होंने उन्हें वोट दिया उनका आभार जताया, साथ ही विजयी होने वाले राजद के नवनिर्वाचित सांसद सुधाकर सिंह को बधाई दी।

उन्होंने कहा कि मैने चुनाव में बक्सर को बनारस बनाने का वायदा किया था। हार के साथ ये मेरा सपना कुछ दिनों के लिए टल गया। हालांकि, मैं बाहर नहीं जा रहा हूं। मैं पांच वर्ष बक्सर में ही कार्यकर्ताओं के साथ रहूंगा। व आने वाले दिनों में अपनी जनता के साथ बक्सर के विकास के लिए सोचूंगा। उन्होंने कहा अब देखना यह है कि विगत दिनों चुनाव में राजद द्वारा प्रचार किया गया वे बक्सर के विकास के साथ बक्सर को लंदन और अमेरिका बनाएंगे। अब देखना है कि वे लोग जिस विकास की बात चुनाव के दौरान किए है

वह कितना कर पाते है। अगर, वे लंदन बना देंगे तो ठीक है, इसके लिए उन्हें बधाई, उन्होंने  कहा कि बक्सर में झूठ की ऐसी फसल बोई गई थी। अश्विनी चौबे के बारे में प्रचारित किया गया कि वह यहां पर आने वाले एम्स को भागलपुर लेकर चले गए। जो कि पूरी तरह बकवास और झूठ है। ऐसा राजद के व अन्य लोग कहते रहे, जो पूरी तरह झूठ है। उन्होंने बिना नाम लिए कहा एक निर्दलीय प्रत्याशी का मंच संचालन करने वाला वह मतगणना बाद जितने वाले उम्मीदवार के साथ खुशी में मिठाई खा रहा था। ऐसे जयचंद से बचना चाहिए। वह बक्सर की जनता को भी इससे आगाह किया। वही,

उन्होंने अपने आगे के मिशन की भी बात की उन्होंने कहा बक्सर एक आध्यात्मिक नगरी है, ये महर्षि विश्वामित्र की तपोभूमि व मर्यादा पुरूषोतम प्रभु श्रीराम की शिक्षा स्थली रही है। जिसके विकास का अगला खाका तैयार किया जा रहा है। प्रेस वार्ता के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष भोला सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह समेत भाजपा के कई अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।