बिना इजाजत किसानों की जमीन कोई छू नहीं सकता - सांसद
पुराना भोजपुर में अनुमंडल व्यवहार न्यायालय बनाने के लिए जमीन का चयन हुआ है, लेकिन जिस जमीन का चयन किया गया है वह किसानों की रैयती व उपजाउ जमीन है। किसानों का कहना है कि सरकार उनसे बिना पूछे जमीन अधिग्रहित कर रही है तथा इसका मुआवजा भी बहुत कम दे रही है।

- सांसद ने पुराना भोजपुर में चौपाल लगा सुनी किसानों की समस्या
- अनुमंडल व्यवहार न्यायालय के नाम पर हो रहा है किसानों की जमीन का अधिग्रहण
केटी न्यूज/डुमरांव
पुराना भोजपुर में अनुमंडल व्यवहार न्यायालय बनाने के लिए जमीन का चयन हुआ है, लेकिन जिस जमीन का चयन किया गया है वह किसानों की रैयती व उपजाउ जमीन है। किसानों का कहना है कि सरकार उनसे बिना पूछे जमीन अधिग्रहित कर रही है तथा इसका मुआवजा भी बहुत कम दे रही है।
इस मुद्दे पर शुक्रवार को पुराना भोजपुर पहुंच बक्सर सांसद सुधाकर सिंह ने चौपाल लगाया तथा किसानों की समस्या को सुना। सांसद ने कहा कि किसानों की जमीन को जबरन अधिगृहित नहीं करने दिया जाएगा। सांसद ने पुराना भोजपुर के दक्षिण टोले में चौपाल लगाया था।
दरअसल पुराना भोजपुर में अनुमंडल व्यवहार न्यायालय बनना है, इसके लिए 6.378 एकड़ जमीन का प्रस्ताव तैयार किया गया है। जो जमीन चयनित किया गया है वह रैयती जमीन है। अंचल कार्यालय ने प्रस्तावित स्थल का मापी करा लिया है। जिसके बाद किसान इसका विरोध कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि एक तो हमारी जमीन सरकार हमसे बिना पूछे जबरदस्ती छीन रही है,
और ऊपर से मुआवजा के नाम पर बहुत ही कम राशि दे रही है। किसानों ने बताया कि सरकार ने जिस जमीन का चयन किया है वह उपजाउ भूमि है, जबकि आस पास में बंजर व सीलिंग ऐक्ट की कई एकड़ जमीन खाली पड़ी है। सरकार को उपजाउ जमीन के बदले बंजर व सीलिंग ऐक्ट की जमीन पर ही व्यवहार न्यायालय बनाना चाहिए। किसानों ने कहा कि यदि सरकार यह जमीन लेती है तो हम भूखे मर जाएंगे।
सांसद ने दिलाया भरोसा
चौपाल में सांसद सुधाकर सिंह ने किसानों को आश्वस्त किया कि मैं आपके साथ खड़ा हूं। किसी भी संघर्ष से मैं पीछे नहीं हटूंगा। उन्होंने कहा कि आपकी जमीन बिना आपके इजाजत के कोई छू नहीं सकता। यह लड़ाई आपकी नहीं यह लड़ाई मेरी है। सांसद ने कहा कि जमीन का उचित मुआवजा और जगह का चयन किसानों की सहमति से होगा। बहुफसली जमीनों का उपयोग किसी भी सरकारी तंत्र में विशेष परिस्थितियों में ही लिया जा सकता है।
चौपाल में उठा होल्डिंग टैक्स का भी मुद्दा
चौपाल में स्थानीय लोगों ने सांसद के समक्ष नगर परिषद द्वारा लगाए गए होल्डिंग टैक्स का मुद्दा भी उठाया और कहा कि नगर परिषद होल्डिंग टैक्स के नाम पर मोटी रकम वसूल रही है। किसानों का कहना था कि हमारे पंचायत को नगर परिषद में शामिल कर दिया गया और घर घर स्टीकर (बार कोड) साटकर भारी भरकम राशि की मांग टैक्स के नाम पर हो रही है। हम कहां से देंगे।
सांसद ने इस मुद्दे को लोकसभा में उठाने का आश्वासन दिया और कहा कि लोकतंत्र में जनता से उपर कोई नहीं है। आम जनता की आय के अनुरूप ही टैक्स लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नगर परिषद के अधिकारियों से बात कर टैक्स रेट का रिव्यू कराने का प्रयास किया जाएगा। सांसद ने कहा कि वे हर मुद्दे पर आम जनता के साथ खड़े है।
इस मौके पर अशोक सिंह, कृपाल सिंह, बड़क सिंह, राजेश सिंह, पवन गोंड, जगदीश केशरी, अशोक चौरसिया सहित अन्य कई मौजूद रहें।